हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की हत्या के मामले में पुलिस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है. एटीएस की टीम ने हत्यारोपियों के मददगार वकील नावेद के तीसरे साथी कामरान को गुरुवार तड़के बरेली से गिरफ्तार किया है.
एटीएस के मुताबिक, कामरान ने हत्यारोपियों को नेपाल पहुंचाने में मदद की थी. वह हत्यारोपियों की मदद करने वाले दिल्ली हाई कोर्ट के वकील का बेहद करीबी था. इस मामले में हाई कोर्ट के वकील नावेद अपने दो साथियों के साथ पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं.
कमलेश तिवारी के हत्यारों को फांसी की सजा की मांग
हिंदू समाज पार्टी की अध्यक्ष बनने के बाद किरण तिवारी ने कहा कि कमलेश तिवारी के हत्यारों को सरकार फांसी दे. किरण तिवारी ने शनिवार को कहा कि वह कमलेश तिवारी के सपनों को हर कीमत पर पूरा करेंगी. उन्होंने कहा कि हत्यारों को जेल में रखकर मेहमान नवाजी करने के बजाए जल्द से जल्द फांसी दें. अगर सरकार यह नहीं कर सकती है तो हत्यारों को हमें सौंप दें हम अपने ढंग से निपट लेंगे.
पुलिस और प्रशासन पर लापरवाही का आरोप
कमलेश तिवारी की पत्नी किरण तिवारी ने कहा कि हत्याकांड से जुड़े कई सवालों के जवाब अब भी मिलना बाकी है. पूरे मामले में पुलिस और प्रशासन की लापरवाही हुई है. किरण ने कहा कि हमने एनआईए जांच की और आरोपियों को सजा की मांग की थी. प्रशासन और शासन की कमी थी कि उन्हें पूरी तरह से सुरक्षा नहीं दी.
कब हुई थी कमलेश तिवारी की हत्या?
18 अक्टूबर को पार्टी कार्यालय में कमलेश तिवारी की हत्या कर दी गई थी. इस मामले में गुजरात आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने 22 अक्टूबर को अशफाक हुसैन और मोइनुद्दीन खुर्शीद पठान को गिरफ्तार किया था. इससे पहले इस मामले में पांच और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था जिस पर हत्या की साजिश रचने और हत्यारों को मदद पहुंचाने का आरोप है.