गुड़गांव पुलिस ने दो ऐसे शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है, जिनके निशाने पर सिर्फ ह्युंडई कंपनी की कारें होती थी. यह बदमाश कारें चुराते नहीं बल्कि उन्हें लूटते थे. पुलिस पूछताछ में गैंग के लीडर छोटा रैंचो ने बताया कि वह डॉन बनना चाहता है. गाड़ियां लूटने के बाद वह उनके बदले में हथियार खरीदता था.
पुलिस ने इनके पास से एक विदेशी पिस्टल, पांच देसी तमंचे और कई कारतूस बरामद किए हैं. गैंग का लीडर छोटा रैंचो खुद गाड़ी लूटता था. गैंग के बदमाश गोली चलाने से भी परहेज नहीं करते थे. पिछले हफ्ते इन्होंने गुड़गांव के सदर इलाके में दिनदहाड़े ह्युंडई क्रेटा कार लूटी थी.
पुलिस ने जब जानकारी जुटाई तो उन्हें छोटा रैंचो के बारे में पता चला. छोटा रैंचो गाड़ियां लूटकर नजफगढ़ गैंग्स के लीडर्स को बेच देता था और फिर नजफगढ़ के बदमाश इन लूटी हुई गाड़ियों से वारदातों को अंजाम देते थे. पुलिस पूछताछ में रैंचो ने खुद गैंगस्टर मंजीत महल के साथ अपनी दोस्ती की बात कबूली है.
गुड़गांव के डीसीपी (ईस्ट) दीपक सहारण ने बताया कि रैंचो गुड़गांव में अपनी धाक जमाना चाहता था, इसके लिए वो हथियार जुटा रहा था. नजफगढ़ के अपराधियों को ये गाड़ियां लूटकर देता था. बदले में उनसे वह पैसे और हथियार वापस लिया करता था. फिलहाल पुलिस छोटा रैंचो के बारे में और जानकारी जुटा रही है. पुलिस पता लगाने की कोशिश कर रही है कि ह्युंडई कंपनी की कारें चुराने के पीछे गैंग का क्या मकसद था.