नोएडा पुलिस ने गुलेल गैंग का भंडाफोड़ किया है. पुलिस के मुताबिक गैंग में अच्छा निशानेबाज सदस्य शामिल होता है, जिसका काम सिर्फ इतना है कि जब गैंग के दूसरे सदस्य रेकी करके किसी गाड़ी की तरफ इशारा करते तो वो दूर से बैठकर गुलेल से निशाना साधते हुए कार का शीशा तोड़ देता. इसके बाद गैंग के लोग कार का दरवाजा खोलकर कार में रखा कीमती सामान उड़ा लेते.
चेकिंग के दौरान चढ़े पुलिस के हत्थे
पुलिस के मुताबिक शातिर बदमाशों का ये गैंग शुक्रवार को उस वक्त अचानक पुलिस के हत्थे चढ़ गया जब बिसरख थाने की पुलिस बैरिकेटिंग करके चेकिंग कर रही थी. तभी पुलिस को दो बाइक पर चार लोग आते दिखाई दिए. पुलिस को बाइक सवार लोग संदिग्ध लगे तो उन्हें रोककर जांच पड़ताल की. इस दौरान उनके पास से दो लैपटॉप मिले, लेकिन उन्होंने कहां से लैपटॉप खरीदा यह नहीं बता पाए. उनके हाव-भाव देखर पुलिस को शक हुआ और सभी को हिरासत में ले लिया. पूछताछ में उन्होंने गुलेल गैंग की जानकारी दी.
दिल्ली-एनसीआर में वारदात को देते थे अंजाम
पुलिस के मुताबिक पकड़ में आए बदमाशों में मनीष, दीपक, प्रकाश और राहुल शामिल है. इनमें से प्रकाश की नेहरू प्लेस में दुकान है. इसी दुकान पर चोरी के लैपटॉप और मोबाइल बेचे जाते थे. पुलिस के मुताबिक ये गैंग नोएडा, गाजियाबाद, दिल्ली में पार्किंग में रेकी करता था.
गुलेल गैंग कैसे करता था रेकी?
किसी कार में इन्हें लैपटॉप या कोई बैग नजर आता तो गैंग के निशानेबाज को इशारा कर दिया जाता था. जिसके बाद वो गुलेल से मारकर कार का शीशा तोड़ देता था. जिसके बाद गैंग के लोग पूरी वारदात को अंजाम देते थे. चोरी के लैपटॉप और मोबाइल को नेहरू प्लेस स्थित दुकान पर सेकेंड हैंड कह कर बेच देते थे.
चोरी के कई मामले पहले भी हैं दर्ज
इसके अलावा अगर ज्यादा पुराना लैपटॉप उनके हाथ लगता था तो उसके पार्ट्स निकालकर बेच देते थे. पुलिस ने इनकी निशानदेही पर अगरा, मथुरा और दिल्ली से 27 लैपटॉप, 4 टैबलेट और कई लैपटॉप के पार्ट्स बरामद किए हैं. इसके अलावा गुलेल और 7 लोहे की गोलियां भी बरामद की हैं. पुलिस जांच में पता चला कि पकड़ में आए लोगों के खिलाफ चोरी के कई मामले दर्ज हैं.