यूपी के एटा में एक युवती से चलती कार में गैंगरेप का सनसनीखेज मामला सामने आया है. पीड़ित युवती का आरोप है कि चार युवकों ने उसे जबरन कार में बैठा लिया और सुनसान जगह पर ले जाकर उसके साथ गैंगरेप किया है. पुलिस मुकदमा दर्ज कर इस मामले की जांच कर रही है.
पुलिस के मुताबिक, जिले के कोतवाली देहात के एक गांव में रहने वाली पीड़िता ने अपनी शिकायत में बताया कि एक मई को बाजार आई थी. अपने घर वापस जाने के लिए बस स्टैंड पर खड़ी थी. उसी समय उसका एक रिश्तेदार युवक कैलाश ने कार रोकी. उसे घर छोड़ने की बात कही.
पीड़िता का कहना कि रिश्तेदार होने के कारण वह कार में बैठ गई. कार में पहले से चार आरोपी बैठे हुए थे. आरोपी गांव छोड़ने के बजाय थाना पिलुआ स्थित गांव सुन्ना नहर स्थित झाड़ियों में ले गए. उसके साथ रेप किया और जब पीड़िता ने विरोध किया तो आरोपियों ने उसकी पिटाई कर दी.
उसे जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गए. आरोप है कि पीड़िता कार्रवाई के लिए थाने से लेकर उच्चाधिकारियों तक के पास पहुंची, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. तब यवती ने अदालत की शरण ली. अब अदालत के आदेश पर चार के बजाय पांच आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है.
यूपी में लगातार हो रहे एनकाउंटर के बीच इस साल के शुरुआती डेढ़ महीने में फिरौती, अपहरण, झपटमारी और डकैती के मामलों में कमी आयी है, लेकिन रेप, हत्या, लूट और आगजनी के मामलों में बढोत्तरी हुई है. एक जनवरी 2018 से 15 फरवरी तक की अवधि में पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में हत्या के 446, लूट के 447, आगजनी के 11, फिरौती के लिए अपहरण के चार, छीना झपटी के 14, डकैती के 22 और रेप के 397 मामले दर्ज हुए हैं.
यूपी विधान परिषद में कांग्रेस सदस्य दीपक सिंह द्वारा पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया था कि पिछले साल एक जनवरी से 15 फरवरी 2017 के सापेक्ष एक जनवरी से 15 फरवरी 2018 तक की अवधि में फिरौती के लिए अपहरण के मामलों में 20 प्रतिशत, छीना झपटी के मामलों में 48 प्रतिशत से अधिक, डकैती के मामलों में 8.33 प्रतिशत तक की कमी आयी है. जबकि पिछले एक साल में 3000 बदमाश गिरफ्तार हुए हैं.
वहीं, हत्या के मामलों में 2.53 प्रतिशत, लूट के मामलों में 20.49 प्रतिशत, आगजनी के मामलों में 120 प्रतिशत और रेप के मामलों में 11.20 प्रतिशत की बढोत्तरी हुई है. उन्होंने बताया कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति सुदृढ है. प्रभावी कार्ययोजना के कारण ही प्रदेश में आपराधिक घटनाओं डकैती, हत्या और फिरौती के लिए अपहरण आदि में कमी आयी है. उनका कहना था कि डकैती और हत्या के मामलों में कमी आई है.