लड़की के गुमशुदा होने पर जब 10 दिन बाद भी पुलिस ने उसे नहीं ढूंढा तो परिजनों ने खुद हिम्मत दिखाई और आरोपी को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया. मामला दिल्ली से सटे फरीदाबाद का है. यहां लगभग 10 दिन से एक लड़की लापता थी. लड़की की कोई खबर नहीं मिलने पर परिवार वाले खुद ही उसकी तलाश में जुट गए. सच सामने आया तो सबके होश उड़ गए.
आरोपी लड़की के परिवार वालों का पड़ोसी ही निकला. गिरफ्तारी के बाद आरोपी वसीम, पुलिस को उस जगह ले गया जहां उसने अपने साथियों के साथ नाबालिग लड़की को मारने के बाद उसके शव को जमीन मे गाड़ दिया था. 16 साल की नाबालिग लड़की को ग्रेटर फरीदाबाद के एक फार्महाउस में दफनाया गया था. आरोपी की निशान देही पर परिजनों ने पुलिस की मदद से लड़की का शव यमुना किनारे से बरामद किया.
मृतका के परिजनों के मुताबिक उनकी बेटी 30 अगस्त से गायब थी जिसके बारे में उन्होंने पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया लेकिन छानबीन से परिजन संतुष्ट नहीं थे. परिवार का आरोप है कि जिस युवक पर पुलिस ने शक जताया था और सीसीटीवी फुटेज भी दी थी, उससे पुलिस ने कोई पूछताछ नहीं की.
परिजनों ने बताया कि सीसीटीवी में दिखाई दे रही कार के नंबर के आधार पर उन्होंने वसीम से पूछताछ की जिसके बाद उसने अपने साथियों के साथ लड़की की हत्या और उसकी शव को दबाए जाने की बात कबूल की. मौके पर पहुंचे इलाके के विधायक ललित नागर भी पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं दिखे.
विधायक ललित नागर का कहना था कि उन्होंने पिछले 10 दिनों में पांच बार इलाके के एसएचओ से बच्ची को ढूंढने की बात कही थी लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं.
विधायक ने कहा कि वह प्रदेश पुलिस डीजीपी तक इस मामले की शिकायत करेंगे और आरोपी पुलिसवालों के खिलाफ कार्रवाई करवाएंगे. फिलहाल पुलिस ने इस मामले में दो युवकों को हिरासत में लिया है और पूछताछ कर रही है.