सेंट्रल दिल्ली के दरियागंज थाना पुलिस ने आईफोन चुराने वाले दो ऐसे शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है जो सिर्फ आईफोन को ही टारगेट करते थे ताकि उसकी कीमत अच्छी मिल सके. इनके निशाने पर सिर्फ आईफोन ही रहते थे क्योंकि दिल्ली से बाहर आईफोन के अच्छे दाम मिल जाते थे.
चोरों का ये गैंग मैट्रो और मॉल्स में जेबतराशी और चोरी की वारदात को अंजाम देता था. ये आईफोन को नेपाल, बांग्लादेश और नक्सल इलाकों में बेचते थे ताकि आईफोन को पुलिस ट्रेस न कर सके और इन्हें आईफोन के अच्छे पैसे मिल जाते थे. बदमाश रोज़ाना आईफोन चुराने या जेबतराशी की वारदात को अंजाम देने के लिए दिल्ली एनसीआर के पॉश इलाकों, मॉल्स, मेट्रो में लोगों को टारगेट करते थे.
शातिर चोरों के पास जब चोरी किए हुए 20 से 30 आईफोन जमा हो जाते तब ये उन्हें दिल्ली से दूर नेपाल, नक्सल इलाकों और बांग्लादेश में भेज देते थे जिससे पुलिस उन आईफोन तक नही पहुंच पाती थी. ये शातिर बदमाश दिल्ली में चुराए हुए आईफोन को यहां नहीं बेचते थे जिससे पुलिस उन्हें खोज नहीं पाती थी. लेकिन एक खुफिया जानकारी पर दरियागंज थाने की टीम ने दोनों चोरों को धर दबोचा. पुलिस सूत्रों के मुताबिक अबतक चोर 150 से ज्यादा आईफोन बाहर बेच चुके हैं. इन्हें एक आइफोन की कीमत 15 से 20 हज़ार रुपये तक आसानी से मिल जाती थी.
इन दोनों के पास से 15 महंगे आईफोन भी बरामद किए गए हैं. इन पर दिल्ली एनसीआर के अलग-अलग थानों में 15 मामले दर्ज हैं. इन दोनों का नाम शहजाद और निज़ाम है. इन दोनों को पटौदी हाउस इलाके से गिरफ्तार किया गया. दिल्ली पुलिस की टीम अब इनसे पूछताछ कर रही है ताकि उस रिसीवर तक पहुंचा जा सके जो चोरी किए गए आईफोन के लिए दिल्ली से बाहर का नेटवर्क चला रहे थे.