महाराष्ट्र के औरंगाबाद में एक दलित महिला को जिंदा जला दिया गया. 95 फीसदी जली हालत में महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अस्पताल प्रशासन ने बताया कि इलाज के दौरान महिला ने दम तोड़ दिया. रविवार रात को महिला ने अपने घर में एक व्यक्ति को घुसने से रोका तो उसे आग के हवाले कर दिया था.
औरंगाबाद के सिल्लोड तहसील के अंधारी गांव में रविवार रात एक दलित महिला को जिंदा जला दिया गया. महिला 95 फीसदी जल गई और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया. समाचार एजेंसी पीटीआई ने गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज के सुप्रीटेंडेंट सुरेश हार्वडे के हवाले से बताया कि इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई. आरोपी और महिला के पड़ोसी संतोष मोहिते को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया था. पुलिस ने उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.
सांसद इम्तियाज जलील ने जल्द कार्रवाई की मांग की
घटना के बाद औरंगाबाद से लोकसभा सदस्य इम्तियाज जलील ने मांग की है कि इस घटना में कार्रवाई जल्द से जल्द पूरी हो, ताकि पीड़ित परिवार को जल्द से जल्द न्याय मिल सके. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिम के नेता ने कहा कि उन्होंने संसद में इस मामले में शीघ्र कार्रवाई करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि हमने वर्धा में 25 साल की टीचर को जलाने के मामले में भी त्वरित कार्रवाई की मांग की है.
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आरोपी को पुलिस हिरासत में भेजा
सिल्लोड (ग्रामीण) पुलिस थाना निरीक्षक किरण बिडवे के मुताबिक पड़ोसी मोहित ने महिला के घर में जबरन घुसने की कोशिश की. जब महिला ने उसे निकालने का प्रयास किया तो दोनों के बीच कहासुनी हो गई. इसके बाद आरोपी मोहित ने महिला के शरीर में आग लगा दी और बाहर से दरवाजा बंद कर भाग गया. महिला की चीख सुनकर पड़ोस में रहने वाले लोग आए और महिला को औरंगाबाद का सरकारी अस्पताल पहुंचाया. 95 फीसदी जली दलित महिला की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई.
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बताया जा रहा है कि इस दलित महिला की दो बेटियां हैं लेकिन वह घर में अकेली रहती थी. आरोपी को गिरफ्तारी के बाद कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे 10 फरवरी तक पुलिस हिरासत में रखा गया है. आरोपी के खिलाफ पुलिस ने अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) कानून की धाराओं के तहर मामला दर्ज कर लिया है.