पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में एक BJP वर्कर की मौत के मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट की मानें तो शनिवार की सुबह हाईटेंशन पोल से लटके मिले 30 वर्षीय दुलाल कुमार ने खुदकुशी की थी.
पुरुलिया के नवनियुक्त SP आकाश मघारिया ने बताया कि पुलिस को पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मिल गई है, जिसमें कहा गया है कि दुलाल कुमार की मौत दम घुटने, फंदे पर लटकने से हुई, मतलब दुलाल कुमार ने खुदकुशी की. हम उचित कार्रवाई कर रहे हैं. तीन दिन पहले त्रिलोचन महतो की मौत के मामले में भी जांच सही दिशा में जा रही है.
गौरतलब है कि पुरुलिया में बीते चार दिन के अंदर दो लोगों की मौत हुई है और BJP की प्रदेश इकाई ने दोनों को ही अपना कार्यकर्ता बताया है. इससे पहले पुरुलिया जिले में ही 19 वर्षीय त्रिलोचन महतो की लाश एक पेड़ से लटकती पाई गई थी.
इन दोनों मौतों ने राज्य की राजनीति को गर्म कर दिया है. सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर अपने कार्यकर्ताओं को निशाना बनाकर हत्या किए जाने का आरोप लगाते हुए बीजेपी ने आज बंगाल में दिन भर का बंद बुलाया था.
ममता बनर्जी सरकार ने दोनों मौतों की जांच CID को सौंप दी है. इस बीच राजनीतिक दबाव के चलते राज्य सरकार को पुरुलिया के SP जॉय विश्वास को हटाना पड़ा. आकाश मघारिया ने एक दिन पहले ही शनिवार को पुरुलिया के SP का कार्यभार संभाला.
बंगाल में हुई इन दो मौतों का मामला केंद्र तक चला गया और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भी बंगाल की ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साधने का मौका नहीं गंवाया. शाह ने शनिवार को कहा कि ममता बनर्जी की सरकार राज्य में कानून व्यवस्था को बनाए रखने में पूरी तरह असफल रही है.
इस बीच दुलाल कुमार के भाई ने भी दावा किया कि 30 मई को कुछ बाइक सवारों ने दुलाल को रोककर उससे पूछा था कि वह किस पार्टी के लिए काम करता है. जब दुलाल कुमार ने उन्हें बताया कि वह बीजेपी का कार्यकर्ता है तो बाइक सवारों ने उसे जान से मारने की धमकी दी थी.
एक ही जिले में चार दिन के भीतर दूसरी हत्या
चार दिन के भीतर दो व्यक्तियों की लटकती हुई लाश मिलने से पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में अफरा-तफरी मची हुई है. बीते गुरुवार को पुरुलिया के बलरामपुर इलाके के सुपढ़ीह गांव में 19 वर्षीय त्रिलोचन महतो की हत्या कर शव को पेड़ से लटका दिया गया था. इतना ही नहीं त्रिलोचन के पीठ पर एक पोस्टर भी चिपका था, जिस पर लिखा था "बीजेपी के लिए काम करने का यही हश्र होगा."
हालांकि पुलिस ने शंका जताई है कि त्रिलोचन महतो की हत्या आपसी रंजिश में की गई. इस बीच राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने तीन दिन पहले त्रिलोचन महतो की हत्या का संज्ञान लेते हुए शुक्रवार को राज्य सरकार को नोटिस जारी किया और विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. उधर राज्य के DGP से भी कॉलेज स्टूडेंट त्रिलोचन महतो की हत्या पर चार सप्ताह के भीतर रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है.