असम के कार्बी आंगलॉन्ग जिले में भीड़ द्वारा दो युवकों की हत्या किए जाने के खिलाफ रविवार की शाम गुवाहाटी में रैली निकाली गई. हालांकि यह रैली तब उपद्रव में तब्दील हो गई, जब रैली में शामिल कुछ युवकों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया.
इसके बाद पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया. पुलिस ने कहा कि सैकड़ों की संख्या में युवक गुवाहाटी के चांदमारी इलाके में गुवाहाटी कॉमर्स कॉलेज के पास विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए जमा हुए थे.
पुलिस के मुताबिक, प्रदर्शनकारी शाम 4 बजे तक शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन शाम करीब 7 बजे स्थिति उस समय हिंसक हो गई, जब कुछ उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया. इसके चलते पुलिस को प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज करना पड़ा.
अब तक 19 आरोपी गिरफ्तार
असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल के इस मामले में सीधे हस्तक्षेप करने के बाद पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है. पुलिस ने घटना के वायरल हुए वीडियो के आधार पर अब तक दोनों युवकों की हत्या के आरोप में 19 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.
मुख्यमंत्री इस मामले पर रविवार की शाम अपने सरकारी आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई थी. इस बैठक में उनके मुख्य सचिव टीवाई दास और राज्य के DGP कुलाधार सैकिया भी मौजूद थे.
फेक मैसेज सर्कुलेट करने वाला भी गिरफ्तार
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार अधिकतर लोग स्थानीय हैं. साथ ही सोशल मीडिया पर बच्चा चोर गिरोह के इलाके में सक्रिय होने का फर्जी संदेश सोशल मीडिया पर सर्कुलेट करना वाला भूपेंद्र तेरांग नाम का शख्स भी शामिल है.
पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है और उनका कहना है कि इस मामले में अभी और गिरफ्तारियां हो सकती हैं.
बच्चा चोर के संदेह में भीड़ ने की थी पिटाई
बताया जा रहा है कि भीड़ ने इस शक में दोनों युवकों की बेरहमी से पिटाई कर दी, क्योंकि उन्हें शक था कि वे बच्चों का अपहरण करने वाले गिरोह के सदस्य हैं. मृतक दोस्त थे, जिनमें से एक कारोबारी था और दूसरा साउंड इंजीनियर.
दोनों युवकों की पिटाई करती भीड़ का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ है. वीडियो में देखा जा सकता है कि दोनों युवक छोड़ देने की गुहार लगा रहे हैं. वे कह रहे हैं कि वे भी असम के ही रहने वाले हैं. लेकिन भीड़ पर उनकी गुहार का कोई असर नहीं होता.
जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार की रात इलाके में व्हाट्सऐप पर इस तरह की अफवाह वाले संदेश तेजी से प्रसारित हुए कि इलाके में बच्चा चोरी करने वाला गिरोह सक्रिय है. व्हाट्सऐप मैसेज में बच्चा चोरी करने वाले गिरोह का नाम सोपाधारा बताया जा रहा है.
साथ ही यह अफवाह भी फैली कि यह गिरोह नागालैंड के दीमापुर और उसके आस-पास के क्षेत्रों में छिपा हुआ है. बता दें कि असम के कार्बी आंगलॉन्ग की सीमा पूर्व में नागालैंड से सटी हुई है.
झरना घूमने और प्राकृतिक ध्वनियां रिकॉर्ड करने गए हुए थे पीड़ित
पुलिस ने पीड़ितों की पहचान गुवाहाटी के रहने वाले 29 वर्षीय नीलोत्पल दास और उसके दोस्त 30 वर्षीय अभिजीत नाथ के रूप में की है. अभिजीत पेशे से कारोबारी है, जबकि नीलोत्पल मुंबई में साउंड इंजीनियर है.
जानकारी के मुताबिक, दोनों शुक्रवार को कार्बी के सुदूरवर्ती इलाके डोकमोका में स्थित काथिलांगसो झरना घूमने गए हुए थे. वे वहां प्रकृति की ध्वनियां रिकॉर्ड करने गए हुए थे. लेकिन देर रात अपनी कार से वापस लौटते हुए पंजूरी गांव के पास भीड़ ने उन्हें बच्चा अपहरण करने वाला समझकर रोक लिया.
पुलिस ने बताया कि भीड़ ने दोनों को वाहन से नीचे उतारा और बांधकर उनकी बेरहमी से पिटाई शुरू कर दी. भीड़ ने उनके वाहन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया. पुलिस जब घटनास्थल पर पहुंची तो दोनों की सांसें चल रही थीं. पुलिस दोनों को अस्पताल ले गई, लेकिन रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया.