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असमः बच्चा चुराने के शक में भीड़ ने 2 युवकों को पीट-पीटकर मौत के घाट उतारा

असम के कार्बी आंगलॉन्ग जिले के एक दूरवर्ती इलाके में भीड़ ने दो युवकों की पीट-पीटकर बेरहमी से हत्या कर दी. भीड़ को शक था कि दोनों युवक बच्चा चुराने वाले वाले गिरोह के सदस्य हैं. यह घटना शुक्रवार रात सोशल मीडिया पर फैलाई गई एक अफवाह के बाद हुई.

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सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर

देश में मॉब लिंचिंग की घटनाएं बंद होने का नाम नहीं ले रही हैं. अब असम के कार्बी आंगलॉन्ग जिले में मॉब लिंचिंग का मामला सामने आया है. कार्बी आंगलॉन्ग के एक दूरवर्ती इलाके में भीड़ ने दो युवकों की पीट-पीटकर बेरहमी से हत्या कर दी.

दरअसल, भीड़ को शक था कि दोनों युवक बच्चा चुराने वाले वाले गिरोह के सदस्य हैं. यह घटना शुक्रवार रात सोशल मीडिया पर फैलाई गई एक अफवाह के बाद हुई.

सोशल मीडिया पर अपहवाह फैलाई गई थी कि सोपाधारा (बच्चों को चुराने वाला एक समूह) का एक समूह नगालैंड के दीमापुर और उसके आस-पास के क्षेत्रों में छिपा हुआ है. असम के कार्बी आंगलॉन्ग की सीमा पूर्व में नागालैंड से सटी है.

पुलिस ने कहा, 'पीड़ितों की पहचान निलोत्पल दास और अभिजीत नाथ के रूप में हुई है, जो जिले के डोकमोका क्षेत्र में काथिलांगसो झरने के पास गए थे. वो शुक्रवार देर रात अपने एसयूवी से वापस लौट रहे थे, तभी दोनों को बच्चा चुराने वाला समझकर भीड़ ने रोक लिया और पीट-पीटकर हत्या कर दी.

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पुलिस ने के मुताबिक भीड़ ने दोनों को वाहन से नीचे उतारा और बांधकर पीटने लगे. हालांकि दोनों युवक चिल्लाते रहे कि वे असम के रहने वाले हैं और यहां सिर्फ घुमने आए हैं. लेकिन भीड़ ने उनकी एक न सुनी और पीट-पीटकर हत्या कर दी. भीड़ ने उनके वाहन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया.

मुख्यमंत्री सोनोवाल ने की कड़ी निंदा

वहीं, असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने इस जघन्य हत्या की कड़ी निंदा की है और पीड़ितों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की है. साथ ही असम पुलिस (कानून-व्यवस्था) के अतिरिक्त महानिदेशक मुकेश अग्रवाल को दोकमोका भेजा है.

मुख्यमंत्री ने कहा, 'यह बेहद निंदनीय है कि लोग अफवाह और अंधविश्वास के चक्कर में होकर लोगों की हत्या कर देते हैं.' सोनोवाल ने घटना की एक उच्चस्तरीय जांच के भी आदेश दिए हैं.

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