जम्मू के कठुआ में 8 साल की बच्ची के साथ हुए गैंगरेप मामले में तो प्रशासन ने चौकसी दिखाते हुए जांच तेज कर दी है. लेकिन कठुआ में ही करीब साल भर पहले रेप की शिकार हुई एक और नाबालिग बच्ची को अभी भी इंसाफ का इंतजार है. इतना ही नहीं रेप के चलते नाबालिग पीड़िता 14 साल की उम्र में मां बन गई. 11 महीने पहले ही उसने एक बच्चे को जन्म दिया था.
पुलिस के मुताबिक, यह घटना कठुआ के बसोली इलाके की है और दो साल पुरानी है. मामले में आरोपी को गिरफ्तार भी किया गया, लेकिन हाईकोर्ट से उसे जमानत मिल गई. पीड़िता के परिवार का आरोप है कि इस मामले में भी पुलिस ने लापरवाही बरती.
पुलिस ने पीड़ित परिवार की मदद करने की बजाय उन पर समझौते का दबाव बनाया और समझौता करने के लिए धमकाया भी. पीड़िता के पिता ने बताया कि लगातार लड़ाई लड़ते रहने के चलते दबाव में आरोपी का DNA टेस्ट करवाया गया, लेकिन स्थानीय SHO ने डीएनए रिपोर्ट में ही फेरबदल कर दी.
14 साल की पीड़िता हाथ में 11 माह का बच्चा लिए SSP से DIG तक ठोकरें खाती रही, लेकिन कहीं से भी उसे इंसाफ नहीं मिला. जानकारी के मुताबिक, करीब दो साल पहले यह मासूम बच्ची जंगल मे बकरियां चराने गई थी.
बकरियां चराने के दौरान जंगल में दूसरे गांव के रहने वाले आरोपी ने बच्ची को दबोच लिया और उसके साथ बलात्कार किया. रेप करने के बाद आरोपी ने बच्ची को जान से मारने की धमकी देते हुए किसी से घटना के बारे में न बताने के लिए कहा.
मासूम बच्ची उसकी धमकी से डर गई और उसने घर में किसी को कुछ नहीं बताया. लेकिन आठ महीने बाद जब परिजनों को बच्ची के गर्भवती होने की बात पता चली तो पिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई.
लेकिन पुलिस ने उनकी कोई मदद नहीं की. उल्टे डराया धमकाया और समझौता करने के लिए दबाव डाला. हालांकि पुलिस सूत्रों ने कहा कि इस मामले में आरोपी को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन हाईकोर्ट से उसे जमानत मिल गई.
पुलिस के मुताबिक इस मामले में पीड़िता, आरोपी और बच्चे की DNA सैम्पलिंग की गई थी, जिसमें बच्चे का डीएनए पीड़िता से तो मैच कर गया, लेकिन आरोपी से डीएनए मैच नहीं हुआ. इस पर पीड़िता के पिता का आरोप है और पुलिस ने डीएनए जांच के लिए लिया गया ब्लड सैंपल बदल दिया था. इस बीच आरोपी की शादी कहीं और हो चुकी है.