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सत्ता का घमंड सरकार का चरित्र बन गया है: जेटली

'सवाल यह नहीं है कि कानून कौन बनाएगा, सवाल यह है क्या सरकार के पास भ्रष्टाचार से लड़ने की इच्छाशक्ति है? आपको अपने पास भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए जादू की छड़ी रखने की जरूरत नहीं है, आपके पास राजनीतिक इच्छाशक्ति होना जरूरी है. राज्‍यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली ने कहा, 'सत्ता का घमंड इस सरकार का चरित्र बन गया है. इससे भ्रष्टाचार से नहीं लड़ा जा सकेगा.'

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संसद
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'सवाल यह नहीं है कि कानून कौन बनाएगा, सवाल यह है क्या सरकार के पास भ्रष्टाचार से लड़ने की इच्छाशक्ति है? आपको अपने पास भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए जादू की छड़ी रखने की जरूरत नहीं है, आपके पास राजनीतिक इच्छाशक्ति होना जरूरी है. राज्‍यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली ने कहा, 'सत्ता का घमंड इस सरकार का चरित्र बन गया है. इससे भ्रष्टाचार से नहीं लड़ा जा सकेगा.'

राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष अरुण जेटली ने सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे की गिरफ्तारी पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के संसद में दिए बयान को निराशाजनक बताया.

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता जेटली ने राज्यसभा में प्रधानमंत्री के बयान को खारिज कर दिया और मांग की कि प्रधानमंत्री सामाजिक कार्यकर्ताओं को रिहा कर उन्हें विरोध प्रदर्शन के लिए कोई जगह मुहैया कराएं.

जेटली ने कहा, 'प्रदर्शनकारियों को रिहा कीजिए और विरोध प्रदर्शन के लिए उन्हें कोई जगह मुहैया कराइए.' जेटली ने कहा कि यदि उसके बाद कोई कानून तोड़ा जाता है, तो पुलिस कार्रवाई कर सकती है. जेटली ने प्रधानमंत्री पर वर्दीधारी लोगों के पीछे पनाह लेने का आरोप लगाया.

मनमोहन सिंह ने राज्यसभा में अपने बयान में कहा, 'दिल्ली पुलिस इस नतीजे पर पहुंची कि अन्ना हजारे और उनके समर्थक संज्ञेय अपराध करने वाले हैं और वहां शांति भंग की आशंका थी, इसलिए अन्ना हजारे और छह अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया.'

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प्रधानमंत्री ने लोकसभा में भी यही बयान दिया. जेटली ने कहा कि पहले सरकार ने सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर संयुक्त समिति बनाई. लेकिन 'जब उन्होंने मसौदा तैयार करने वाली समिति में विपक्ष को शामिल करने की बात कही तो सरकार ने इनकार कर दिया.'

जेटली ने विरोध प्रदर्शन के लिए दिल्ली पुलिस द्वारा शर्त निर्धारित किए जाने की भी निंदा की. उन्होंने कहा, 'विरोध प्रदर्शन आयोजित करने की शर्त यह हो सकती है कि वहां हिंसा नहीं होनी चाहिए, यह नहीं कि कितने लोग प्रदर्शन करेंगे, और कितने समय तक वे प्रदर्शन करेंगे.'

जेटली ने भ्रष्टाचार की अनदेखी करने के लिए भी सरकार पर आरोप लगाया. जेटली ने कहा, 'सवाल यह नहीं है कि कानून कौन बनाएगा, सवाल यह है क्या सरकार के पास भ्रष्टाचार से लड़ने की इच्छाशक्ति है? आपको अपने पास भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए जादू की छड़ी रखने की जरूरत नहीं है, आपके पास राजनीतिक इच्छाशक्ति होना जरूरी है.' जेटली ने कहा, 'सत्ता का घमंड इस सरकार का चरित्र बन गया है. इससे भ्रष्टाचार से नहीं लड़ा जा सकेगा.'

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