हैदराबाद में एजेंटों के साथ कमीशन के आधार पर 3.48 करोड़ रुपये के मूल्य के पुराने नोट बदलवाने और अवैध तरीके से उन्हें अपने पास रखने के आरोप में नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है. सभी आरोपी 1000 और 500 रुपये के चलन से बाहर कर दिए गए नोटों के साथ एसआर नगर में एजेंटों से इन्हें बदलवाने की कोशिश कर रहे थे.
पुलिस उपायुक्त बी लिम्बा रेड्डी ने बताया कि डॉक्टर, रियल एस्टेट कारोबारी समेत गिरफ्तार आरोपियों ने आईपीसी की धारा 420, 511 और विनिर्दिष्ट बैंक नोट अधिनियम, 2017 की संबंधित धाराओं के तहत अपराध किए हैं. आरोपी एजेंटों के साथ मिलकर बड़े कमीशन के आधार पर पुराने नोटों को नए नोटों में बदलवाने की कोशिश में थे.
जानकारी के मुताबिक, हैदराबाद टास्क फोर्स ने रविवार को छापा मारते हुए पुराने नोटों को जब्त किया. पुलिस गिरफ्त में हैदराबाद का एक सॉफ्टवेयर व्यापारी, रंगारेड्डी का एक रियल स्टेट कारोबारी, विशाखापत्तनम का डॉक्टर और मेदक का एक फाइनेंस ऑपरेटर आया है. पुलिस इस मामले की छानबीन करते हुए अन्य आरोपियो की तलाश में है.
इसी तरह वेस्ट बंगाल के हावड़ा जिले से जीआरपी ने पांच लोगों को गिरफ्तार कर उनसे 24 लाख रुपये के पुराने नोट बरामद किए हैं, जो चलन से बाहर हो चुके हैं. हावड़ा के बिरसिबपुर रेलवे स्टेशन पर जीआरपी जवानों ने पांच लोगों को संदिग्ध हालत में घूमते हुए देखा. उनसे पूछताछ और तलाशी के दौरान 1000 और 500 के पुराने नोट बरामद किए.
बताते चलें कि पिछले साल नरेंद्र मोदी सरकार ने जाली नोटों और काले धन पर लगाम लगाने के लिए 500 और 1000 रुपये के नोट चलन से बाहर कर दिए थे. इन पुराने नोट बदलने की आखिरी तारीख 30 दिसंबर, 2017 थी. इसके बाद सरकार ने रिजर्व बैंक के जरिए पुराने नोटों को बदलने की सुविधा थी. इस दौरान बड़ी संख्या में नोट बरामद हुए थे.