मुंबई में ड्रग्स के खिलाफ चल रही जंग में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो बड़ी सफलता मिला है. एनसीबी ने एक ऐसे व्यक्ति को मलेशिया से प्रत्यर्पित कर गिरफ्तार किया है, जो वर्षों से इंटरनेशनल ड्रग सिंडिकेट का संचालन कर रहा था. आरोपी का नाम नवीन चिचकर. वो नवी मुंबई का निवासी है. उस पर ड्रग्स की तस्करी, सप्लाई और वितरण से जुड़ी कई संगीन धाराओं में केस दर्ज हैं.
35 वर्षीय नवीन चिचकर पहले एक इवेंट मैनेजर और लॉजिस्टिक्स ऑपरेटर के तौर पर काम करता था. लेकिन धीरे-धीरे उसने हाई-प्रोफाइल नेटवर्किंग और ऑनलाइन डार्क वेब के जरिए ड्रग्स की दुनिया में एंट्री ली. शुरू में पार्टी ड्रग्स जैसे एमडीएमए और एलएसडी की सप्लाई से शुरुआत की थी, लेकिन धीरे-धीरे वो इंटरनेशनल नारको-नेटवर्क का हिस्सा बन गया. कई सिंडिकेट से जुड़ गया.
एनसीबी की रिपोर्ट के मुताबिक, नवीन चिचकर दुबई, मलेशिया, नीदरलैंड और थाईलैंड जैसे देशों में फैले सिंडिकेट से जुड़ा हुआ था, जो भारत में हाई-एंड क्लाइंट्स तक कोकीन, केटामाइन और सिंथेटिक ड्रग्स की खेप सप्लाई करता था. एनसीबी ने उसके खिलाफ कई मामलों में चार्जशीट दाखिल की थी, लेकिन वह लगातार फरार चल रहा था. उसकी गिरफ्तारी के लिए इंटरपोल की मदद ली गई.
उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया. कुछ समय बाद उसकी लोकेशन मलेशिया में ट्रेस हुई. इसके बाद एनसीबी के क्षेत्रीय निदेशक अमित घावटे के नेतृत्व में एक विशेष टीम को मलेशिया भेजा गया, जहां स्थानीय एजेंसियों के सहयोग से नवीन चिचकर को गिरफ्तार किया गया. उसे प्रत्यर्पित कर भारत लाया गया. उसे गुरुवार को मुंबई कोर्ट में पेश किया जाएगा.
सूत्रों के मुताबिक, नवीन चिचकर डार्क वेब और क्रिप्टोकरेंसी के जरिए ड्रग्स की पेमेंट लेता था. वहीं, भारत में मनी फ्लो को छुपाने के लिए हवाला नेटवर्क का इस्तेमाल करता था. उसका सिंडिकेट इतना एक्टिव था कि मुंबई, पुणे, बेंगलुरु, दिल्ली और गोवा में कई बड़े केसों की जड़ में उसका नाम आया. आरोपी नवीन के पास से मिली डिवाइसेज से 400+ इंटरनेशनल ट्रांजैक्शन की डिटेल मिली है.
एनसीबी के अधिकारी ने कहा, ''यह सिर्फ एक गिरफ्तारी नहीं, बल्कि एक इंटरनेशनल नेटवर्क को ध्वस्त करने की दिशा में बड़ा कदम है. नवीन चिचकर का कनेक्शन देश-विदेश के कई हाई-प्रोफाइल ग्राहकों और सप्लायर्स से रहा है. उससे पूछताछ में कई और नाम उजागर होने की संभावना है.'' यह गिरफ्तारी न सिर्फ भारत में, बल्कि पूरे साउथ ईस्ट एशिया में ड्रग सिंडिकेट की कमर तोड़ सकती है.