मामला न केवल देश में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर तक सुर्खियों में आ गया था. देश के कई बड़े नेता झाबुआ पहुंचे थे. मामले में झाबुआ कोर्ट ने तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह को भी वारंट जारी किया था. पुलिस ने प्रकरण में 26 आरोपियों के खिलाफ कल्याणपुरा थाने में धारा 395, 397, 376 के तहत एफआईआर दर्ज की थी.