गोवा पुलिस ने इजराइली ड्रग डीलर यानिव बेनीम उर्फ अटाला को उसके घर से गिरफ्तार किया है. उसके पास से चरस और कोकीन जब्त की गई है. इजराइल का ये कुख्यात ड्रग डीलर साल 2010 में तब चर्चा में आया था, जब उसके बयानों के आधार पर तटीय राज्य में कथित पुलिस-पॉलिटिक्स-ड्रग सिंडिकेट को उजागर किया गया था. उससे पूछताछ की जा रही है.
जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार की देर रात को एंटी-नारकोटिक्स सेल ने उत्तरी गोवा के सिओलिम गांव में इजराइली ड्रग डीलर अटाला के घर पर छापा मारा. इस दौरान वहां से 110 ग्राम चरस और 50 ग्राम कोकीन जब्त की गई. इसकी कुल कीमत 9 लाख रुपए से अधिक बताई गई है. उस पर नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट के तहत केस दर्ज है.
गोवा पुलिस ने बताया कि ड्रग डीलर अटाला पिछले कुछ दिनों से पुलिस की नजर में था. अगस्त 2010 में इजरायली ने जमानत की शर्त तोड़कर भाग गया था, लेकिन जनवरी 2011 में उसे पेरू में गिरफ़्तार कर लिया गया था. अटाला ड्रग नेक्सस मामले में एक महत्वपूर्ण कड़ी था. इसका खुलासा साल 2010 में उसकी पूर्व प्रेमिका ने किया था.
उसके द्वारा शूट किए गए जासूसी कैमरे के वीडियो के जरिए अटाला के ड्रग सिंडिकेट का खुलासा हुआ था. इस चौंकाने वाले खुलासे सामने आए थे. इसके बाद क्राइम ब्रांच ने इस मामले की जांच की थी. इस दौरान ड्रग डीलरों से संबंध रखने के आरोप में सात पुलिसकर्मियों को गिरफ़्तार किया गया था. कई राजनेताओं के नाम समाने आए थे.
बताते चलें कि पिछले महीने गोवा में सबसे बड़े ड्रग्स कार्टेल का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने 11.67 करोड़ रुपए की कीमत की हाइड्रोपोनिक वीड बरामद की थी. इस मामले में एक ड्रग्स तस्कर को भी गिरफ्तार किया गया था. पुलिस ने दावा किया था कि यह तटीय राज्य के इतिहास में ड्रग्स की सबसे बड़ी जब्ती थी. गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने भी तारीफ की थी.
मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा था, "गोवा के सबसे बड़े ड्रग भंडाफोड़ के लिए क्राइम ब्रांच को बधाई. ये एक बड़ी सफलता है. क्राइम ब्रांच ने एक ड्रग रैकेट का सफलतापूर्वक भंडाफोड़ किया, जिसमें 11.67 करोड़ की 11.672 किलोग्राम हाइड्रोपोनिक वीड के साथ एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया. ये पुलिस के अथक प्रयासों का प्रमाण है."
गोवा पुलिस की क्राइम ब्रांच के मुताबिक, आरोपी ड्रग्स तस्कर को शनिवार को पणजी और मापुसा शहर के बीच स्थित गुरिम गांव से गिरफ्तार किया गया. यह गोवा के इतिहास में ड्रग्स की सबसे बड़ी जब्ती थी. आरोपी शख्स के खिलाफ नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था.
हाइड्रोपोनिक वीड एक तरह का नशीला पदार्थ होता है. ये गांजा की श्रेणी में आता है. इसे पानी में उगाया जा सकता है. हाइड्रोपोनिक वीड सामान्य सूखे ड्रग्स से ज्यादा महंगा होता है. इंटरनेशनल लेवल पर इसकी मांग बहुत है. यही वजह है कि इसकी तस्करी खूब होती है. इससे पहले पिछले साल अक्टूबर में 98 लाख के एलएसडी ब्लॉट पेपर जब्त किए थे.