Jhansi Murder Mystery: यूपी के झांसी का यह खौफनाक मर्डर केस किसी फिल्म की कहानी से कम नहीं. पहले खेतों के बीच बने एक सुनसान कुएं से बोरी मिली, जिसमें एक महिला की टुकड़ों में कटी हुई लाश थी. उसका सिर और पैर गायब थे. नतीजा ये हुआ कि उसकी शिनाख्त आज तक नहीं हो सकी. पुलिस ने सैकड़ों गांवों में छानबीन की, सैकड़ों सीसीटीवी खंगाले, लेकिन पांच दिन बाद भी कोई सुराग हाथ नहीं आया. अब सवाल उठता है कि आखिर वो महिला कौन है? किसने इतनी बेरहमी से उसका कत्ल किया? किसने उसकी पहचान मिटाने की कोशिश की? ये तमाम सवाल इस पूरे मामले को उलझा रहे हैं.
कुएं से बरामद हुए लाश के टुकड़े
झांसी जिले के टोड़ीफतेहपुर थाना क्षेत्र में एक गांव है किशोरपुर. जहां 13 अगस्त को एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई. वहां खेत के बीच बने एक कुएं से एक बोरी मिली. जिसमें भरे एक महिला के शरीर के टुकड़े मिले. सबसे पहले दो हिस्से बाहर निकाले गए, लेकिन हाथ और पैर गायब थे. इस बरामदगी ने पूरे गांव में सनसनी फैला दी और पुलिस तुरंत जांच में जुट गई.
लाश के सिर और पैर गायब
कुएं से लाश मिलने के बाद पुलिस ने जब आसपास की तलाशी तेज की, तो 14 अगस्त को उसी कुएं को खाली कराया गया. वहां से एक और बोरी बरामद हुई जिसमें महिला का एक हाथ रखा हुआ था. बावजूद इसके, अभी तक उस लाश का सिर और दोनों पैर नहीं मिले हैं. ये सबसे बड़ा रहस्य है, क्योंकि बिना सिर लाश की शिनाख्त बेहद मुश्किल हो रही है.
पहचान छिपाने के लिए लाश के टुकड़े
पुलिस और फॉरेंसिक टीम का मानना है कि इस हत्या को बेहद सोची-समझी साजिश के तहत अंजाम दिया गया है. महिला की उम्र करीब 33 से 35 साल आंकी गई है. रेप की आशंका से इंकार नहीं किया गया है, इसी कारण डॉक्टरों ने वजाइना स्लाइड भी तैयार की है. माना जा रहा है कि आरोपी ने पहचान छिपाने के लिए लाश को टुकड़ों में काटा और सिर-पैर अलग कर कुएं में फेंक दिए.
पांच दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली
इस वारदात के खुलासे के लिए झांसी पुलिस ने 10 टीमें बनाई हैं. साथ ही तफ्तीश में SWAT टीम को भी लगाया गया है. अब तक पुलिस 100 से ज्यादा गांवों में पूछताछ कर चुकी है और 200 से ज्यादा CCTV कैमरों की फुटेज खंगाल चुकी है. इसके बावजूद कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लगा है. इस वजह से पांच दिन बाद भी पुलिस पूरी तरह खाली हाथ है.
कपड़ों और गहनों से मिल सकता है सुराग
मृतका की लाश के साथ हल्के पीले और चमकीले रंग का ब्लाउज मिला है. इसके अलावा हरे रंग की फूलों वाली साड़ी का टुकड़ा भी बरामद हुआ है. महिला के दाहिने हाथ में लाल रंग का धागा बंधा था और नाखूनों पर लाल रंग की नेल पॉलिश लगी हुई थी. ये सभी चीजें पुलिस के लिए अहम सुराग साबित हो सकती हैं.
सोशल मीडिया पर पोस्टर जारी
लाश की पहचान के लिए पुलिस ने सोशल मीडिया का सहारा लिया है. झांसी पुलिस ने महिला के कपड़ों और हाथ की तस्वीरें जारी की हैं और किसी भी सुराग देने वाले को इनाम देने की घोषणा की है. इसके बावजूद अब तक कोई भी महिला के बारे में जानकारी लेकर आगे नहीं आया.
गांव वालों में दहशत
जिस जगह पर ये लाश मिली है, वहां आसपास कोई आबादी नहीं है. पुलिस ने गांव के लोगों से पूछताछ की लेकिन किसी ने भी महिला को देखने या पहचानने का दावा नहीं किया. गांव में अब लोग दहशत के साए में जी रहे हैं. महिलाओं और बच्चों को लेकर डर का माहौल है, क्योंकि घटना बेहद खौफनाक है.
कत्ल की गुत्थी बनी पहेली
पुलिस का मानना है कि जिस तरीके से लाश को काटा गया, उसके टुकड़े किए गए और उसे फेंका गया, उससे साफ है कि आरोपी इस कत्ल को पहले से प्लान कर चुका था. महिला की पहचान छिपाना उसका पहला मकसद था. हालांकि, सिर और पैर मिलने के बाद ही मृतका की पहचान स्पष्ट होगी और कत्ल की पूरी कहानी सामने आ सकेगी.
(झांसी से प्रमोद कुमार गौतम का इनपुट)