गुड़गांव के बादशाह नगर थाने में 02 मार्च की सुबह 10 बजकर 43 मिनट पर टेलीफोन की घंटी बजती है. दूसरी तरफ से फोन करने वाला कुछ कहता है, जिसे सुनकर फोन उठाने वाला ड्यूटी अफसर सन्न रह जाता है. लेकिन इसके बाद ही वह बड़े गौर से बात सुनना शुरू कर देता है. कॉल डिस्कनेक्ट करने के बाद ड्यूटी अफसर बगैर देर किए एसएचओ को फोन पर बताता है कि एक शख्स ने फोन कर कहा, 'मैंने उसे मार डाला'.
ड्यूटी अफसर की बात सुनते ही एसएचओ फौरन हरकत करता है और एक टीम तुरंत उस पते की तरफ रवाना कर देता है जहां से कॉल थाने आई थी. पता है- सोहना रोड, पार्श्वनाथ ग्रीन विला, सेक्टर सी का फ्लैट नंबर-9.
पुलिस बताए गए पते पर पहुंचती है तो फ्लैट के बाहर भीड़ लगी होती है. फ्लैट एक आईटी कंपनी में बतौर वाइस प्रेसीडेंट का ओहदा संभालने वाले रजनीश का है. पुलिस की टीम फ्लैट नंबर नौ की तरफ बढ़ती है और जैसे ही वो फ्लैट के भीतर दाखिल होती है, उसके होश उड़ जाते हैं.
दरवाजे से लेकर घर के अंदर तक खून की होली
पुलिस को घर के दरवाजे से ही खून के निशान बिखरे हुए दिखाई देते हैं. फ्लैट के भीतर का मंजर कुछ ऐसा मानों यहां किसी ने खून की होली खेली हो. फ्लैट में पुलिस को एक शख्स नजर आता है और वह अपना नाम रजनीश कुमार सिंह बताता है. फ्लैट के दूसरे कमरे में पुलिस को एक महिला की लाश मिलती है. बेडरूम में पड़ी वो लाश खून से लथपथ थी और उसी के पास पड़ा था एक चाकू.
अब पुलिस के सामने एक महिला की चाकुओं से गोदी गई एक लाश थी और उस कत्ल का इल्जाम अपने सिर लेना वाला वो शख्स जिसने खुद पुलिस को मौके पर बुलाया था. गुड़गांव की उस पॉश कॉलोनी में हुए कत्ल के किस्से का खुलासा एक ऐसे पति का था जिसे अपनी बीवी के बेवफा होने का शक था. नाराजगी लाजमी थी लेकिन नाराजगी के इजहार का तरीका खौफनाक था.
लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेजने के बाद रजनीश कुमार सिंह को पुलिस ने जिस वक्त अपनी हथकड़ियों में जकड़ा उसकी गोद में एक दस महीने का बच्चा था, जबकि एक सात साल की लड़की उसके करीब खड़ी सुबक रही थी. बकौल पुलिस रजनीश ने अपनी बीवी श्वेता की हत्या की है और इस बात का इकरार उसने खुद फोन करके पुलिस को मौके पर बुलाकर किया है.
श्वेता के जिस्म पर थे चाकू के कई घाव
कत्ल की वारदात के बाद मौके पर पहुंची पुलिस को फ्लैट से वो चाकू भी मिल गया जिससे श्वेता की हत्या की गई, लेकिन पुलिस उस वक्त बुरी तरह चौंकी जब उसने श्वेता के जिस्म पर चाकुओं के घाव देखे. पुलिस के मुताबिक खुद रजनीश ने ही बताया कि उसने अपनी बीवी को घर के किचन में काम आने वाले चाकू से ताबड़तोड़ वार करके मौत के घाट उतारा.
पुलिस को दिए गए बयान में खुद रजनीश ने कबूल किया है कि वो तब तक चाकू से अपनी बीवी पर वार करता रहा जब तक उसका दम नहीं निकल गया.
पति, पत्नी और वो की कहानी
रजनीश के दिल में यह बात पूरी तरह से घर कर चुकी थी कि उसकी बीवी उसके साथ बेवफा हो चुकी है और उसका ज्यादातर वक्त किसी और के साथ गुजरता है. इस बात को लेकर दोनों के बीच अक्सर झगड़े होने लगे थे. रविवार की सुबह भी दोनों के बीच झगड़ा हुआ और उस झगड़े के दौरान हुई चीख-पुकार आस-पड़ोस के फ्लैट तक भी पहुंची. लेकिन तब किसी को गुमान भी नहीं था कि ये चीख पुकार खूनी अंजाम में तब्दील हो जाएगी.
शक वो जहर है जो अगर जिंदगी में घुल गया तो तबाह कर देता है. पुलिस की तफ्तीश में खुलासा हुआ कि रांची के रहने वाले 44 साल के रजनीश ने आईआईएम अहमदाबाद से मैनेजमेंट की पढ़ाई की. रजनीश करीब आठ साल पहले हिमाचल के नाहन में रहने वाली श्वेता से इंटरनेट के जरिए मिला था और घरवालों की रजामंदी के बाद दोनों ने शादी भी कर ली थी. रजनीश और श्वेता अपने तीन बच्चों के साथ इस सोसाइटी के फ्लैट में करीब दो महीने पहले ही रहने आए थे.
शक था श्वेता बदल गई है
श्वेता गुड़गांव के फेज फोर में एक डे केयर सेंटर चलाती थी और इस कारोबार के सिलसिले में उसे कई लोगों से मिलना भी पड़ता था. लेकिन रजनीश को शक होने लगा था कि श्वेता अब बदल गई है और एक कारोबारी के साथ उसकी नजदीकियां काफी बढ़ गई हैं. शक के इसी जहर ने पति पत्नी को बीच दूरी बढ़ा दी और घर में अक्सर कलह होने लगी.
रविवार की सुबह जब रजनीश को ये पता चला कि श्वेता उसी शख्स से मिलने जाने वाली है तो वो आपे से बाहर हो गया और उसने श्वेता का खून कर दिया. घर की कलह से बचने की गरज से ही रजनीश ने अपनी बेटी को भाई के पास विदेश भेज दिया था जबकि एक बेटी को उसके रिश्तेदार ने गोद ले लिया था. लेकिन वारदात वाले रोज उसका सबसे छोटा बेटा उसके करीब था.