हरियाणा में शुक्रवार से 10 जिलों में परिवहन सेवा शुरू की गई. 29 अलग-अलग रूटों के लिए समय सारिणी के अनुसार बसें रवाना हुईं. अगर किसी कारणवश किसी मार्ग पर बस परिचालन संभव नहीं होगा तो प्रस्थान के समय से दो घंटे पूर्व सूचना के साथ बस परिचालन रद्द कर दिया जाएगा. ऐसी स्थिति में यात्री को किराया वापस भी दिया जाएगा.
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बसों को चलाने से पहले सैनिटाइज करवाया गया और बस अड्डों पर सोशल डिस्टेंसिंग के लिए पेंट से मार्किंग की गई थी. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने की जिम्मेदारी डिपो महाप्रबंधक की रहेगी. सभी रूटों पर बुकिंग केवल ऑनलाइन पोर्टल http://hartrans.gov.in के माध्यम से होगी.
बसों का संचालन कर रहे इंस्पेक्टर यशपाल मलिक ने बताया कि सोशल डिस्टेंस को प्राथमिकता देते हुए ये बस सर्विस शुरू की गई है. वहीं बसों के अंदर और बस स्टैंड पर भी सोशल डिस्टेंस और सैनिटाइजेशन पर विशेष तवज्जो दिया गया है.
इस दौरान बसों के बाहर पीपीई किट पहने हरियाणा रोडवेज के कर्मचारी थर्मल स्कैनर से यात्रियों की जांच करते और लोगों को सैनिटाइजर देते हुए भी दिखाई दिए. हालांकि, कुछ शहरों में इस ऑनलाइन बस सेवा को ज्यादा रिस्पांस नहीं मिला और अंबाला में 6 स्पेशल बसों में से 5 बसों को कैंसिल करना पड़ा, क्योंकि एक भी बस में कोई ऑनलाइन बुकिंग ना होने की वजह से यात्री पहुंचे ही नहीं.
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हालांकि, हरियाणा सरकार दावा कर रही है कि 18 मई से नई दिल्ली से हरियाणा के अलग-अलग शहरों को जोड़ने के लिए स्पेशल बस सेवा चलाई जाएगी, क्योंकि नई दिल्ली से जो स्पेशल ट्रेनें चल रही हैं उसमें हरियाणा के लोग भी यात्रा करना चाहते हैं.
फिलहाल बस अड्डे पर कम यात्री दिखाई दे रहे हैं, लेकिन सबकुछ ठीक रहता है और यात्रियों की तादाद बढ़ती है, तो उसके लिए भी रोडवेज ने तैयारी कर ली है.
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