पूरी दुनिया मिलकर कोरोना वायरस की महामारी के खिलाफ अब तक कोई वैक्सीन तैयार नहीं कर पाई है. लिहाजा इस जानलेवा वायरस से लड़ने के लिए बचाव को ही सबसे बड़े उपाय के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है. यही वजह है कि आज भारत समेत अमेरिका से लेकर यूरोप तक और अफ्रीका से लेकर ब्रिटेन तक दुनिया के तमाम बड़े मुल्कों ने लॉकडाउन लागू कर दिया है. बॉर्डर सील कर दिए गए हैं. फ्लाइट्स पर बैन लगा दिया गया है. यानी पूरी दुनिया अलग-थलग पड़ गई है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, फिलहाल दुनिया की बड़ी आबादी घरों में रहने को मजबूर है. 50 से ज्यादा देशों की 1.7 बिलियन से ज्यादा आबादी लॉकडाउन में है. अब ब्रिटेन ने भी अपने यहां लॉकडाउन कर दिया है. जबकि अमेरिका, चीन, इटली, फ्रांस जैसे दशों में पहले ही लॉकडाउन लागू कर दिया गया है. यानी लंदन से पेरिस, शिकागो, कैलिफोर्निया और रोम तक सब बंद है.
चीन
इटली
फ्रांस
ईरान
स्पेन
अमेरिका
ब्रिटेन
यूरोप
दक्षिण अफ्रीका
कोलंबिया
बहरीन
जॉर्डन
इजरायल
मिस्त्र
बेल्जियम
श्रीलंका
नेपाल
कांगो
जर्मनी
नाइजीरिया
ट्यूनिशिया
इनके अलावा भी दुनिया के दूसरे हिस्सों में लॉकडाउन जैसी स्थिति है. कहीं पूरी तरह से तो कहीं आंशिक तौर पर लॉकडाउन लागू किया गया है. आलम ये है कि यूनाइटेड नेशंस (UN) की लिस्ट में सबसे खुश देशों की लिस्ट में पहले पायदान पर मौजूद फिनलैंड भी अब लॉकडाउन होने जा रहा है. फिनलैंड में 626 कोरोना पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं. यहां अभी कोरोना से सिर्फ 1 मौत हुई है, लेकिन दुनियाभर के हालात देखते हुए फिनलैंड लॉकडाउन की तैयारी कर रहा है.
पंजाब में लॉकडाउन की तस्वीर (फोटो-PTI)
ऐसे में आप अंदाजा लगा सकते हैं कि जब दुनिया के ये तमाम देश अपने नागरिकों को घरों में बंद कर चुके हैं तो कोरोना का खतरा कितना ज्यादा होगा. यही वजह है कि भारत ने भी लॉकडाउन का फैसला लिया है और सभी 548 जिलों में लॉकडाउन कर दिया गया है. सरकार लगातार अपील कर रही है कि लॉकडाउन का सही से पालन करें ताकि कोरोना को हराया जा सके क्योंकि यही एक सबसे बड़ा तरीका है जो कोरोना से जंग में पूरी दुनिया भी अपना रही है.