देश की लगभग दो तिहाई आबादी की आमदनी का जरिया खेती है. इसे देश की बजट के दौरान नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. इस साल बजट में फूड सब्सिडी व सिंचाई योजना को तरजीह दिए जाने की उम्मीद है.