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New Year Idea: सैलरी को नहीं लगाना है हाथ... फिर नए साल से करें ये काम, धांसू कमाई का आइडिया!

Investment Tips: नौकरीपेशा लोगों की सैलरी आमतौर पर हर 6–7 साल में दोगुनी हो जाती है. अगर किसी की शुरुआती सैलरी 40–50 हजार रुपये है और हर साल 10 फीसदी की बढ़ोतरी होती है, तो 10 साल बाद उसकी सैलरी 1 लाख रुपये से ज्यादा हो सकती है.

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सैलरी और सेविंग में तालमेल से बनें करोड़पति. (Photo: ITG)
सैलरी और सेविंग में तालमेल से बनें करोड़पति. (Photo: ITG)

अक्सर लोग कहते हैं कि उनकी सैलरी इतनी कम है कि महीने का खर्च ही मुश्किल से पूरा हो पाता है, ऐसे में बचत या निवेश कैसे किया जाए? कई लोग यह भी मानते हैं कि जब सैलरी बढ़ेगी, तभी निवेश शुरू करेंगे. लेकिन सच्चाई यह है कि यह सोच निवेश से दूर रहने का एक बहाना भर है. इस चक्कर में लोग कई साल बिता देते हैं, साल 2025 जाने वाला है, अगर आप चाहते हैं कि आपकी आर्थिक सेहत में साल 2026 से कुछ बदलाव दिखे तो इस आइडिया पर काम कर सकते हैं.  

दरअसल, आज के समय में जितना जरूरी कमाना है, उससे कहीं ज्यादा जरूरी है उस कमाई का सही तरीके से इस्तेमाल करना. खासतौर पर नौकरीपेशा लोगों के लिए बचत और निवेश ही भविष्य की सबसे बड़ी ताकत होते हैं. प्राइवेट जॉब करने वालों को तो और भी जल्दी निवेश शुरू कर देना चाहिए, क्योंकि उनकी नौकरी और आय दोनों में अनिश्चितता बनी रहती है.

40-50 हजार कमाने वाले कैसे करोड़पति बनें?

कम आमदनी में बचत करना मुश्किल जरूर है, लेकिन नामुमकिन नहीं. जरूरी बस इतना है कि खर्चों पर थोड़ा नियंत्रण रखा जाए. अगर किसी व्यक्ति की सैलरी 40 से 50 हजार रुपये है, तो उसके लिए हर महीने 20 हजार रुपये बचाना संभव नहीं होगा, लेकिन वह अपनी सैलरी का 10 फीसदी यानी 4,000 से 5,000 रुपये आसानी से बचा सकता है.

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अगर यह रकम हर महीने म्यूचुअल फंड में SIP के जरिए निवेश की जाए और औसतन 15 फीसदी सालाना रिटर्न मिले, तो 5 साल में यह निवेश करीब 4.36 लाख रुपये का हो सकता है. इसी तरह निवेश को 8 साल तक जारी रखने पर यह रकम बढ़कर लगभग 8.89 लाख रुपये हो जाती है.

नौकरीपेशा लोगों की सैलरी आमतौर पर हर 6–7 साल में दोगुनी हो जाती है. अगर किसी की शुरुआती सैलरी 40–50 हजार रुपये है और हर साल 10 फीसदी की बढ़ोतरी होती है, तो 10 साल बाद उसकी सैलरी 1 लाख रुपये से ज्यादा हो सकती है. इसी दौरान अगर वह हर महीने सिर्फ 5,000 रुपये का निवेश करता रहे, तो 10 साल में उसका फंड करीब 13 लाख रुपये तक पहुंच सकता है.

सैलरी बढ़ने के साथ निवेश को बढ़ाते रहें

इतना ही नहीं, सैलरी बढ़ने के साथ निवेश की रकम भी बढ़ाई जा सकती है. इसके अलावा म्यूचुअल फंड के साथ-साथ शेयर बाजार, ETF, PPF और शॉर्ट-टर्म फंड्स में भी निवेश किया जा सकता है. 

वैसे नियम कहता है कि सैलरीड क्लास को अपनी सैलरी का कम से कम 20 फीसदी हिस्सा निवेश करना चाहिए. ऐसे में 50 हजार सैलरी वालों को कम से कम 10,000 रुपये महीने का SIP करना चाहिए. अब अगर 10 हजार की SIP, 10 साल का वक्त, और सैलरी बढ़ने के साथ ही निवेश की राशि में भी 10 फीसदी बढ़ोतरी करने कुल 39,57,488 रुपये मिलेंगे. 

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ये कैलकुलेशन 15 फीसदी सालाना रिटर्न के हिसाब से निकाला गया है. अब अगर यही सिलसिला 20 साल तक जारी रहा, तो कुल 2,78,37,377 रुपये मिलेंगे. इस फॉर्मूले से हम कह सकते हैं कि 40-50 हजार रुपये कमाने वाले अगर चाहें तो धैर्य के साथ छोटी-छोटी राशि निवेश कर करोड़पति बन सकते हैं. ऐसे में आज 40-50 हजार रुपये कमाने वाले 20 साल के बाद केवल SIP से करीब 2.78 करोड़ रुपये जुटा लेंगे, फिर उन्हें सैलरी की तरफ देखने की जरूरत नहीं होगी. 

क्या है रास्ता?

छोटी रकम से बड़ा फंड बनाने का सबसे असरदार तरीका है, लंबी अवधि तक निवेश में बने रहना. इसलिए जब आप इसी रफ्तार से 20 साल तक म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) समेत दूसरों जगहों पर निवेश करते रहेंगे, तो फिर सैलरी से ज्यादा निवेश से कमाई होने लगेगी. लेकिन कहीं भी निवेश से पहले पूरी जानकारी और वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें.

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