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भारत में बनेगी दुनिया की सबसे सस्‍ती बाइक

टाटा नैनो के बाद अब दुनिया की सबसे सस्ती मोटरसाइकिल भी भारत में बनेगी और यामाहा बनाएगी सबसे सस्ती बाइक. खबरों के मुताबिक यामाहा की सबसे सस्ती बाइक का दाम 27000 रुपए से ज्यादा नहीं होगा और इसकी इंजन क्षमता 100 सीसी से ज्यादा होगी.

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टाटा नैनो के बाद अब दुनिया की सबसे सस्ती मोटरसाइकिल भी भारत में बनेगी और यामाहा बनाएगी सबसे सस्ती बाइक. खबरों के मुताबिक यामाहा की सबसे सस्ती बाइक का दाम 27000 रुपए से ज्यादा नहीं होगा और इसकी इंजन क्षमता 100 सीसी से ज्यादा होगी.

जापान की टू व्‍हीलर कंपनी यामाहा ने मंगलवार को कहा कि वह पांचवीं वैश्विक अनुसंधान एवं विकास केंद्र की स्थापना के साथ भारत में करीब 500 डालर (करीब 27,000 रुपए) की मोटरसाइकिल का बनाना चाहती है.

कंपनी ने दावा किया कि यह दुनिया की सबसे सस्ती मोटरसाइकिल होगी. भारत कम कीमत वाली मोटरसाइकिलों के विकास का ग्‍लोबल केंद्र बन जाएगा जिनका निर्यात अफ्रीका और लैटिन अमेरिका में किया जाएगा.

इस साल फरवरी में उत्तर प्रदेश के सूरजपुर में स्थापित कंपनी की नयी यूनिट यामाहा मोटर रिसर्च एंड डेवलपमेंट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (वायएमआरआई) ने मोटरसाइकिल के विकास का काम शुरू कर दिया है जिसे सबसे पहले भारत में पेश किया जाएगा.

भारतीय बाजार में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए कंपनी 2016 तक हर साल नए स्कूटर के मॉडल पेश करेगी. इसके अलावा 2015 तक चेन्नई की दूसरी इकाई लगाई जाएगी.

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वायएमआरआई के प्रबंध निदेशक तोशिकाजु कोबायाशि ने संवाददाताओं से कहा, ‘हमारा लक्ष्य है दुनिया में सबसे कम कीमत का मॉडल और कल-पुर्जे तैयार करना. हमारा लक्ष्य है भारत और निर्यात बाजार के लिए करीब 500 डालर (करीब 27,000 रुपए) की मोटरसाइकिल विकसित करना.’

मॉडल के पेश करने के लिए समयसीमा बताए बगैर उन्होंने कहा कि कंपनी 100 सीसी या इससे अधिक ईंजन की क्षमता वाले मोटरसाइकिल विकसित कर रही है क्योंकि छोटे ईंजन वाले छोटे मोटरसाइकिल में संतुलन अच्छा नहीं होता है.

कोबायाशि ने कहा, ‘हम पहले मोटरसाइकिल भारत में पेश करेंगे. अफ्रीका और लैटिन अमेरिका भी ऐसे बाजार हैं जहां ऐसी मोटरसाइकिल बेची जा सकती है. हम आने वाले दिनों में इन उत्पादों का निर्यात करेंगे.’ उन्होंने कहा कि योजना के मुताबिक पहला कदम होगा विश्व की सबसे सस्ती मोटरसाइकिल विकसित करना फिर भारत के लिए विशेष मॉडल तैयार करना. इसके बाद ग्‍लोबल मॉडल तैयार किया जाएगा.

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