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फिर 30,000 के पार हुआ सेंसेक्स, निफ्टी भी 9,345 के ऊपर, ये हैं कारण

सप्ताह के चौथे कारोबारी दिन एक बार फिर 180 अंकों की उछाल के साथ बीएसई प्रमुख इंजेक्स सेंसेक्स ने 30,000 के जादुई आंकड़े को पार कर लिया. वहीं एनएसई पर 50 कंपनियों के प्रमुख इंडेक्स निफ्टी पर भी 0.5 फीसदी की मजबूती देखने को मिलने. निफ्टी ने दिन की शुरुआत 43 अंकों की बढ़त यानी 0.5 फीसदी की बढ़त के साथ 9,355 के स्तर से की.

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अमेरिका में ब्याज दर नहीं बढ़ने से झूमा भारतीय शेयर बाजार
अमेरिका में ब्याज दर नहीं बढ़ने से झूमा भारतीय शेयर बाजार

भारतीय शेयर बाजार पर दिन के कारोबार की शुरुआत तेज उछाल के साथ हुई है. सप्ताह के चौथे कारोबारी दिन एक बार फिर 180 अंकों की उछाल के साथ बीएसई प्रमुख इंजेक्स सेंसेक्स ने 30,000 के जादुई आंकड़े को पार कर लिया. वहीं एनएसई पर 50 कंपनियों के प्रमुख इंडेक्स निफ्टी पर भी 0.5 फीसदी की मजबूती देखने को मिलने. निफ्टी ने दिन की शुरुआत 43 अंकों की बढ़त यानी 0.5 फीसदी की बढ़त के साथ 9,355 के स्तर से की.

 

बाजार में यह उछाल दोनों मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी तेज खरीदारी के चलते देखने को मिल रही है. बीएसई मिडकैप इंडेक्स लगभग 0.5 फीसदी बढ़ा है और निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स में 0.4 फीसदी की उछाल दर्ज हुई.

दिन के शुरुआती कारोबार में बैंकिंग, ऑटो, एफएमसीजी, आईटी, कैपिटल गुड्स, कंज्यूमर ड्युरेबल्स और पावर सेक्टर की कंपनियों के शेयरों में सबसे ज्यादा खरीदारी देखने को मिली. वहीं बैंक निफ्टी 0.75 फीसदी हुआ.

दिन के कारोबार में दिग्गज शेयरों में बैंक ऑफ बड़ौदा, अदानी पोर्ट्स, एसबीआई, ल्यूपिन, आईसीआईसीआई बैंक, इंडियाबुल्स हाउसिंग और एक्सिस बैंक 5.9-1 फीसदी ऊपर कारोबार कर रहे हैं. वहीं गिरावट वाले दिग्गज शेयरों में एचडीएफसी बैंक, हिंडाल्को, कोटक महिंद्रा बैंक, सन फार्मा, टाटा मोटर्स और रिलायंस इंडस्ट्रीज शामिल हैं.

बाजार के जानकारों का मानना है कि शेयरों में तेजी के पीछे कई घरेलू और वैश्विक कारण हैं. इन कारणों में प्रमुख हैं:

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1. अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया.

2. केन्द्र सरकार द्वारा 7वें वेतन आयोग पर बनी लवासा कमेटी की सिफारिशों को मंजूरी मिलना.

3. प्रधानमंत्री द्वारा प्रॉपर्टी और घर में पड़े सोने में निवेश के बजाए लोगों को शेयर बाजार और म्यूचुअल फंड में निवेश करने की कोशिश.

4. केन्द्र सरकार द्वारा बैंकों को एनपीए से निजात दिलाने के लिए अध्यादेश लाने का ऐलान.

5. भारतीय कंपनियों द्वारा घोषित हो रहे मजबूत तिमाही आंकड़ों से सुधरती बैलेंस शीट.

6. अंतरराष्ट्रीय करेंसी मार्केट में डॉलर के मुकाबले रुपये की स्थिति लगातार मजबूत हो रही है.

 

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