शेयर बाजार में पिछले तीन दिन की कमाई मंगलवार को एक झटके में चली गयी. डालर के मुकाबले रुपये में भारी गिरावट के बीच शेयर औंधे मुंह गिरे जिससे सेंसेक्स में 590 अंक से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई. रुपया भी अब तक के अपने निचले स्तर तक चला गया और एक डॉलर की कीमत 66 रुपये से भी अधिक हो गई.
सेंसेक्स 590.05 अंकों की गिरावट के साथ 17,968.08 पर और निफ्टी 189.05 अंकों की गिरावट के साथ 5,287.45 पर बंद हुए. बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 97.41 अंकों की गिरावट के साथ 18,460.72 पर खुला और 590.05 अंकों या 3.18 फीसदी की गिरावट के साथ 17,968.08 पर बंद हुआ. दिन भर के कारोबार में सेंसेक्स ने 18,460.72 के ऊपरी और 17,921.82 के निचले स्तर को छुआ. सेंसेक्स के 30 में से तीन शेयरों में तेजी रही. इंफोसिस (0.91 फीसदी), डॉ. रेड्डीज लैब (0.53 फीसदी) और सेसा गोवा (0.18 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही.
सेंसेक्स में गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे भेल (9.49 फीसदी), एचडीएफसी बैंक (8.04 फीसदी), एचडीएफसी (7.70 फीसदी), एनटीपीसी (5.86 फीसदी) और जिंदल स्टील (5.68 फीसदी).
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 50.00 अंकों की गिरावट के साथ 5,426.50 पर खुला और 189.05 अंकों या 3.45 फीसदी गिरावट के साथ 5,287.45 पर बंद हुआ. दिन भर के कारोबार में निफ्टी ने 5,427.40 के ऊपरी और 5,274.25 के निचले स्तर को छुआ.
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी गिरावट दर्ज की गई. मिडकैप 112.50 अंकों की गिरावट के साथ 5,278.28 पर और स्मॉलकैप 89.79 अंकों की गिरावट के साथ 5,199.66 पर बंद हुआ. बीएसई के 13 में से एक सेक्टर सूचना प्रौद्योगिकी (0.16 फीसदी) में तेजी रही.
गिरावट वाले सेक्टरों में प्रमुख रहे बैंकिंग (5.34 फीसदी), पूंजीगत वस्तु (4.71 फीसदी), बिजली (4.51 फीसदी), रियल्टी (3.95 फीसदी) और सार्वजनिक कंपनियां (3.80 फीसदी). बीएसई में कारोबार का रुझान नकारात्मक रहा। 719 शेयरों में तेजी और 1538 में गिरावट रही, जबकि 138 शेयरों के भाव में बदलाव नहीं हुआ.
रुपया डॉलर के मुकाबले 66 के पार
रुपया मंगलवार को डॉलर के मुकाबले नए ऐतिहासिक निचले स्तर 66 के नीचे पहुंच गया। सरकार के यह स्वीकार करने के बाद कि घरेलू कारणों से रुपये में गिरावट जारी है, विदेशी फंड ने पूंजी बाजार में जम कर बिकवाली कर डाली. मुंबई में अंतर बैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपये ने डॉलर के मुकाबले नया ऐतिहासिक निचला स्तर 66.07 को छू लिया.
इससे पहले 22 अगस्त को रुपया 65.56 के निचले स्तर पर पहुंच गया था. दोपहर बाद के कारोबार में रुपया थोड़ा संभला था और उसे 65.92 के स्तर पर देखा गया. इससे पहले पी. चिदंबरम ने राज्यसभा में कहा कि रुपया वास्तविक मूल्य से काफी नीचे जा चुका है. उन्होंने कहा कि रुपया अपने वाजिब स्तर पर आ जाएगा. उन्होंने कहा, 'सिर्फ बाहरी कारण ही नहीं हैं. घरेलू कारण भी हैं. हम मानते हैं कि घरेलू कारण हैं.'
उन्होंने कहा, 'घरेलू कारणों में से एक यह है कि हमने 2009 से 2011 के बीच कुछ फैसले लेकर वित्तीय घाटा और चालू खाता घाटा को जरूरत से अधिक बढ़ जाने दिया.' रुपये में यह गिरावट तब भी जारी है, जबकि सोमवार को निवेश मामले पर मंत्रिमंडलीय समिति ने 1.83 लाख करोड़ रुपये मूल्य की तीन दर्जन परियोजनाओं को मंजूरी दी. चिदंबरम ने कहा, 'हम यह स्पष्ट संकेत देना चाहते हैं कि हम निवेश का चक्र फिर से शुरू करना चाहते हैं.'
सोना 9 माह के उच्च स्तर पर, चांदी में भी उछाल जारी
रुपये में भारी गिरावट के बीच स्टाकिस्टों द्वारा लिवाली बढ़ाने के कारण दिल्ली सर्राफा बाजार में मंगलवार को सोने के भाव नौ महीने के बाद 32000 रुपये प्रति दस ग्राम ऊंचाई को छू गये. सोना 500 रुपये से बढ़ कर 32,000 रुपये प्रति दस ग्राम हो गया जो पिछले साल तीन दिसम्बर को इस स्तर पर देखा गया था. डालर की तुलना में रुपये में भारी गिरावट के कारण बाजार धारणा प्रभावित हुई. वही आभूषण निर्माताओं और औद्योगिक मांग बढ़ने से चांदी के भाव 800 रुपये की तेजी के साथ 54,800 रुपये प्रति किलो हो गये.