रिजर्व बैंक चार अगस्त को मौद्रिक नीति समीक्षा में नीतिगत ब्याज दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती कर सकता है लेकिन यह बहुत हद तक मानसून पर निर्भर करेगा. बैंक आफ अमेरिका मेरिल लिंच ने रिपोर्ट में यह बात कही है.
बोफा-एमएल की मुख्य अर्थशास्त्री इंद्राणी सेनगुप्ता ने एक शोध रिपोर्ट में कहा है, अगर वर्षा सामान्य रही तो हम अब उम्मीद करते हैं कि रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम जी राजन चार अगस्त को मौद्रिक नीति समीक्षा में 0.25 प्रतिशत की कटौती कर सकते हैं.
वैश्विक वित्तीय सेवा कंपनी के अनुसार खाद्य मुद्रास्फीति नियंत्रण में है और जून में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति 5.2 प्रतिशत पर स्थिर रह सकती है.
शुरुआती बारिश से फसल को मदद मिली है और नदी का जलस्तर सुधरा है. इसके अलावा चावल का बफर स्टाक सूखे की स्थिति में मुद्रास्फीति को रोकने में मदद करेगा.
रिपोर्ट में यह भी रेखांकित किया गया है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर में धीरे-धीरे वृद्धि का संकेत मिलने के साथ चार अगस्त को मौद्रिक नीति समीक्षा में रिजर्व बैंक चार अगस्त को नीतिगत दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती में बारिश की अहम भूमिका होगी.
उल्लेखनीय है कि दो जून को मौद्रिक नीति समीक्षा में रिजर्व बैंक रेपो दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती की थी. इस साल यह तीसरा महीना था जब रेपो दर में कटौती की गयी थी. लेकिन साथ में केंद्रीय बैंक ने यह भी संकेत दिया था कि वह निकट भविष्य में नीतिगत दर में और कटौती नहीं करेगा.
इनपुट: भाषा