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टैक्‍स न देने वालों पर कसेगा शिकंजा, IT डिपार्टमेंट को सीबीडीटी का मिला ये आदेश

इनकम टैक्‍स डिपार्टमेंट को सीबीडीटी की ओर से टैक्‍स कलेक्‍शन बढ़ाने की सलाह दी गई है.

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सीबीडीटी का आदेश
सीबीडीटी का आदेश

आने वाले दिनों में टैक्‍स चोरी करने वाले लोगों पर इनकम टैक्‍स डिपार्टमेंट की सख्‍ती देखने को मिल सकती है. दरअसल, केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के नए चेयरमैन ने इनकम टैक्‍स डिपार्टमेंट को रेवेन्‍यू कलेक्‍शन को बढ़ाने को कहा है. इसके लिए टैक्‍स पेयर्स भुगतान करने वालों की संख्या बढ़ाने के लिए कमर कसने की सलाह दी गई है.

सीबीडीटी के नए प्रमुख पीसी मोदी ने टैक्‍स अधिकारियों से "छोटे टैक्‍सपेयर्स" को होने वाली दिक्कतों और शिकायतें दूर करने के लिए विशेष प्रयास करने को कहा है. इसके साथ ही कहा गया है कि डिपार्टमेंट पारदर्शिता और जवाबदेही के साथ काम करे.

बता दें कि केंद्र सरकार ने इस महीने की शुरुआत में पीसी मोदी को आयकर विभाग के लिए नीति बनाने वाले निकाय ''सीबीडीटी'' का चेयरमैन नियुक्त किया था. उन्‍होंने 15 फरवरी को पदभार ग्रहण किया था. सीबीडीटी चेयरमैन ने टैक्‍स डिपार्टमेंट के क्षेत्रीय कार्यालयों के प्रमुखों को लिखे आधिकारिक पत्र में कहा , "हमारी पहली प्राथमिकता रेवेन्‍यू कलेक्‍शन को बढ़ाना होगा. हमें टैक्‍स बेस को व्यापक करने की जरूरत है." ऐसे में उम्‍मीद की जा रही है कि इनकम टैक्‍स डिपार्टमेंट टैक्‍स चुराने वालों पर कार्रवाई कर सकता है.

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हालांकि सीबीडीटी की ओर से यह कहा गया है कि अधिकारियों की तरफ से किसी भी तरह की मनमानी और उत्पीड़न नहीं होना चाहिए. इनकम टैक्‍स डिपार्टमेंट को चालू वित्त वर्ष के लिए 11.5 लाख करोड़ रुपये का प्रत्यक्ष कर जुटाने का लक्ष्य दिया गया है. बता दें कि देश में वर्तमान में डायरेक्‍ट टैक्‍सपेयर की संख्या 6 करोड़ से ज्यादा है और केंद्र सरकार इस टैक्‍स बेस को बढ़ाने के लिए विभाग को समय - समय पर निर्देश देता रही है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग अपनी आय पर  टैक्‍स का भुगतान करें.

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