रॉयल एनफील्ड ने बदलते वक्त के साथ खुद को बदला और आज यह मोटरसाइकिल बनाने वाली कंपनी लोगों के दिलों की धड़कन बनी हुई है. दशकों से रॉयल एनफील्ड के दीवानों की कोई कमी नहीं है. Royal Enfield Bullet एक सदाबहार बाइक है जिसकी प्रशसंक आज भी कम नहीं. वहीं, युवाओं में Royal Enfield Classic ने अलग जगह बनाई है. कंपनी ने ग्राहकों के मुताबिक उनकी पसंदीदा बाइक को कस्टमाइज करना शुरू कर दिया है. हालांकि, एक ऐसा ग्राहक वर्ग भी है जो अपनी बुलेट में कई तरह की ऐसी एक्सेसरीज भी इस्तेमाल करना चाहता है, जो कंपनी उपलब्ध नहीं कराती. ऐसे में मॉडिफाइड रॉयल एनफील्ड (Modified ROYAL ENFIELD) की मांग बाजार में तेजी से बढ़ी है. तो आइए जानते हैं एक मॉडिफाइड रॉयल एनफील्ड लेते वक्त उसमें किन चीजों को देखना चाहिए...
यहां हम सबसे अधिक बिकने वाली रॉयल एनफील्ड की बात कर रहे हैं, जिसमें रॉयल एनफील्ड बुलेट 350 और 500 और रॉयल एनफील्ड क्लासिक 350 और 500 शामिल हैं. बुलेट 350 और क्लासिक 350 एक जैसी हैं बस कुछ मॉडिफाइड चीजें रॉयल एनफील्ड क्लासिक 350 से रॉयल एनफील्ड बुलेट 350 को अलग करती हैं.
ऐसी बाइक सस्ते रेट पर मिल जाएगी लेकिन इसमें काफी खर्च आ सकता है (तस्वीर साभार- ऑटो टुडे)
कैसे करें चेक?
मॉडिफाइड रॉयल एनफील्ड बाइक लेते समय उसके बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए हमेशा उसके मालिक से सीधे बात करना चाहिए. आपको ऐसे लोगों के चक्कर में बिलकुल भी नहीं पड़ना चाहिए जो ये कहते हों कि 'ये मेरे भाई की बाइक है!' आदि. हमेशा बाइक के मालिक से बात करने पर जोर दें. हमेशा सिंगल ऑनर बाइक का रखरखाव कई बार बिक चुकी बाइक से ज्यादा बेहतर होता है इसलिए हमेशा सिंगल ऑनर बाइक को ही तवज्जो दें.
बाइक के कागज की जांच करते समय, इस बात को परखें कि सभी कागज ऑरिजनल हैं या नहीं. एक मान्य PUC सर्टिफिकेट की भी मांग करें, जिससे आपको बाइक के इंजन की कंडिशन के बारे में जानकारी मिलेगी. इसके अलावा आप केवल बाइक के ऑनर द्वारा साइन किया हुआ फॉर्म 28, 29 और 30 की मांग करें. ये फॉर्म ऑनलाइन या स्थानीय आरटीओ में भी डाउनलोड किए जा सकते हैं. इसके अलावा, मालिक का आईडी प्रूफ भी आवश्यक होगा.
मीटर से आसानी से छेड़छाड़ हो सकती है तो इसे जरूर चेक करें
मालिक के ट्रैप से बचें
सबसे पहले आपका इंप्रेशन ऐसा होना चाहिए कि सामने वाले को इस बात का अहसास हो जाए कि आपको एक बेहतर कंडीशन और ऑरिजिनल पेंट वाली बाइक ही चाहिए. बाइक के रंग में बदलाव का मतलब यह हो सकता है कि वो एक दुर्घटनाग्रस्त बाइक है जिसे दोबारा बनाया गया है. इसलिए रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट पर जो रंग दर्ज हो उसी रंग की बाइक भी होनी चाहिए.
इसके बाद आप इंजन को चेक करें और देखें कि इंजन में किसी प्रकार का शोर तो नहीं है. हो सकता है कोई शोर बाद में आपकी जेब पर बोझ बढ़ा दे. इसके बाद चेक करें कि बाइक में कहीं से धुंआ तो नहीं निकल रहा. अगर ऐसा हो तो इस ट्रैप में न फंसे कि खराब तेल के कारण धुंआ निकल रहा है. गियरबॉक्स की लीकेज भी चेक करें और इसके लिए उस जगह पर जरूर जाएं जहां आम तौर पर बाइक पार्क की जाती हो. अगर लीकेज होगा तो वहां आपको ऑयल के निशान दिख जाएंगे. इसके बाद आप बाइक की चेन और स्प्रॉकेट्स भी चेक करें.
अलॉय व्हील्स हमेशा बाइक को कूल लुक देते हैं लेकिन कई बार इससे अलाइंमेंट में समस्या आती है
मॉडिफाइड रॉयल एनफील्ड के लिए...
आजकल बाइक पर कुछ स्टीकर चिपका देने भर को मॉडिफाइड कहा जाने लगा है. हालांकि इस तरह की चीजों को नजरअंदाज किया जा सकता है. लेकिन जिस चीज को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता, वह है मोटे टायर. बैक साइड में मोटे टायर लगाने के लिए बाइक के ऑरिजिनल स्ट्रक्चर में कुछ बदलाव करने की आवश्यकता होती है. ये बदलाव आपकी बाइक को कई मायने में बुरी बनाती हैं और कानूनी रूप से अवैध हो होते हैं.
साथ ही अलॉय व्हील अगर बाजार से लगवाए हुए हैं तो उस पर ध्यान देने की जरूरत होगी. बाजार में बिकने वाले अलॉय व्हील कंपनी में मिलने वाले अलॉय व्हील के मुकाबले कमजोर माने जाते हैं और इससे ब्रेकिंग सिस्टम पर भी असर पड़ता है. अकसर डिस्क ब्रेक पैड के साथ रगड़ खाने लगते हैं. इसके अलावा इन पहियों के लाइफ की कोई गारंटी नहीं होती. इसलिए फैक्ट्री से मिलने वाले व्हील्स को लेना ही उचित होता है.
सस्पेंशन लीकेज जरूर चेक करें
'विंटेज' रॉयल एनफील्ड के लिए...
रॉयल एनफील्ड के अधिकांश 'विंटेज' यानी पुराने पार्ट्स इन दिनों मार्केट में उपलब्ध हैं. ऐसे में 90 के दशक के अंत की बाइक भी 'विंटेज' बाइक वाले फीचर्स दे सकती है. कई लोग मॉर्डन बाइक को 'En Royal Enfield G2' बाइक के रूप में डेवलप करते समय केवल पुराने पार्ट्स और मेड इन इंग्लैंड के स्टैम्प वाले पहियों का इस्तेमाल करते हैं. ऐसे में आप बाइक लेते समय इंजन नंबर को चेक करें और उसे रॉयल एनफील्ड मॉडल की टाइमलाइन से मिलाकर देखें.
ऐसी कई बाइक देखने को मिली हैं जिनमें सिर्फ पुराने पार्ट्स जोड़कर विंटेज बाइक के रूप में बेचा जा रहा है. इसके अलावा पुरानी बाइक के कागज जरूर चेक करें और उसे तभी खरीदें जब उसका कंडिशन सही हो और कागज ऑरिजिनल हों. इसके अलावा, आप स्थानीय आरटीओ से भी उस बाइक की जानकारी ले सकते हैं और वहां से बाइक का फिटनेस सर्टिफिकेट ले सकते हैं.