भारतीय मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में 25 महीनों में पहली बार दिसंबर के महीने में संकुचन दर्ज किया गया है. चेन्नई में भारी बारिश की वजह से आई बाढ़ से उत्पादन और नए ऑर्डर में उल्लेखनीय गिरावट आई. सोमवार को एक मासिक सर्वे में यह खुलासा किया गया.
क्या कहते हैं आंकड़े?
सर्वे से एक धुंधली तस्वीर सामने आई है जिसमें कहा गया है कि विनिर्माण निष्पादन का एक संयुक्त मासिक संकेतक- निक्केइ इंडिया मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई - दिसंबर में घटकर 49.1 रह गया जो नवंबर में 50.3 था.
2013 के बाद से पहली बार गिरावट
अक्टूबर, 2013 के बाद पहली बार पीएमआई 50.0 के महत्वपूर्ण स्तर से नीचे आया है. 50 अंक से ऊपर का आंकड़ा विस्तार का संकेत देता है, जबकि इस स्तर से नीचे का अर्थ संकुचन से है. दिसंबर में चेन्नई में लगातार मूसलाधार बारिश से विनिर्माण क्षेत्र काफी प्रभावित हुआ और कंपनियों को अपना उत्पादन तेजी से घटाना पड़ा. अक्टूबर, 2013 के बाद पहली बार नए काम के ऑर्डर में भी संकुचन आया.