खाद्य और ईंधन कीमतों में वृद्धि के कारण थोक मूल्य पर आधारित महंगाई दर जुलाई में बढ़कर 5.79 फीसदी हो गई. बुधवार को जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक यह पिछले पांच महीनों का सर्वोच्च स्तर है.
जून में थोक मूल्य पर आधारित महंगाई दर 4.86 फीसदी थी. वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा यहां जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल जुलाई में महंगाई दर 7.52 फीसदी थी. सब्जियों की कीमत इस अवधि में साल-दर-साल आधार पर 46.59 फीसदी बढ़ी, जबकि प्याज 144.94 फीसदी महंगी हुई.
खाद्य कीमतें आलोच्य अवधि में 11.91 फीसदी बढ़ी, जबकि पिछले साल समान अवधि में खाद्य महंगाई दर 10.17 फीसदी थी. चावल 21.15 फीसदी, अनाज 17.66 फीसदी महंगा हुए. गेहूं 13.42 फीसदी महंगा हो गया. जबकि दालें 7.39 फीसदी सस्ती हो गईं. डीजल की अधिक कीमत के कारण जुलाई में ईंधन तथा बिजली महंगाई दर 11.31 फीसदी रही, जो एक साल पहले समान महीने में 8.39 फीसदी थी.
इस अवधि में डीजल 26.34 फीसदी, रसोई गैस 5.78 फीसदी और पेट्रोल 1.33 फीसदी महंगा हुआ. मई महीने की महंगाई दर संशोधित कर 4.58 फीसदी कर दी गई थी, जिसके पहले 4.7 फीसदी रहने की घोषणा हुई थी. केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित महंगाई दर जुलाई में 9.64 फीसदी दर्ज की गई है.