आयकर विभाग अब टैक्स न चुकाने वालों के नाम सार्वजनिक कर उन्हें शर्मिंदा करने की नीति अपना रहा है. इसी के तहत रविवार को अखबार में ऐसे 31 लोगों के नाम छापे गए हैं जिन पर 1500 करोड़ रुपये से ज्यादा की टैक्स देनदारी बकाया है.
अखबार में ऐसे लोगों के नाम, उनका आखिरी ज्ञात पता और वित्तीय ब्यौरा छापा गया है और विभाग ने इसमें यह जिक्र किया है कि या तो ये करदाता लापता हैं या फिर टैक्स अधिकारियों को बकाया वसूली के लिये इनके नाम पर अपर्याप्त संपत्तियां मिलीं हैं.
एक वरिष्ठ आयकर अधिकारी ने कहा, इन नामों को छापने के पीछे मकसद यह है कि आम आदमी इस मामले में विभाग की मदद करने आगे आएगा और टैक्स चुकाने में नाकाम रहने वालों के बारे में जानकारी देगा. इस कदम का मकसद कानून के खिलाफ काम करने वालों के बारे में जनता में जागरूकता बढ़ाना है.
इससे पहले इन नामों को विभाग की वेबसाइट पर डाला गया था. विभाग ने टैक्स चुकाने में नाकाम रहने वाले इन 31 नामों को दिल्ली स्थित प्रधान आयकर मुख्य आयुक्त (प्रशासन) की सील के तहत छपवाया है. इससे पहले सरकार ने पहली बार टैक्स न चुकाने वाले 18 लोगों के नाम प्रकाशित किए थे जिन पर आयकर विभाग का 500 करोड़ रुपये बकाया है. तब से उन नामों को जानबूझकर टैक्स न चुकाने की श्रेणी में रखा गया है.
रविवार को छापे गए नामों में हैदराबाद की टोटेम इंफ्रा पर 401.64 करोड़ रुपये, पुणे स्थित पथेजा ब्रदर्स फोर्जिंग पर 224.05 करोड़ रुपये, हैदराबाद स्थित रॉयल फैब्रिक्स पर 158.94 करोड़ रुपये और मुंबई स्थित होम ट्रेड पर 72.18 करोड़ रपये का बकाया है. आयकर विभाग ने इन कंपनियों से उनका बकाया टैक्स तुरंत चुकाने की अपील की है.