भारत के मैन्यूफैक्चरिंग क्षेत्र में जून के दौरान नरमी दर्ज हुई है. HSBC का बुधवार को जारी सर्वेक्षण के मुताबिक ऐसा कंपनियों द्वारा नई नौकरियों के संबंध में सतर्कता बरतने के मद्देनजर नए कारोबारी आर्डर में बढ़ोतरी कम होने के कारण हुआ.
सितंबर 2014 से अब तक की नए आर्डर में सबसे सुस्त बढ़ोतरी के बीच HSBC इंडिया का खरीद प्रंबंधक सूचकांक (पीएमआई) जून में 51.3 पर आ गया जो मई में 52.6 पर था. यह आंकड़ा तैयार करने वाली संस्था मार्किट की अर्थशास्त्री पॉलियाना डी लीमा ने कहा मई में उत्पादन और नए आर्डर में बढ़ोतरी के बाद जून का पीएमआई आंकड़ा भारत की आर्थिक वृद्धि में नरमी का संकेत देता है.
गौरतलब है कि पीएमआई, एक मिश्रित सूचकांक है जिसे विनिर्माण कारोबार की स्थिति के आंकलन के लिए तैयार किया गया है. सूचकांक का 50 से उपर रहना वृद्धि और इससे कम रहने का अर्थ है संकुचन होता है. लीमा ने बताया कि नए कारोबार में वृद्धि की गति उल्लेखनीय रूप से कमजोर रही. इसके अलावा विनिर्माता सतर्क रहे और कर्मचारियों की संख्या एक बार फिर अपरिवर्तित रही.