प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने विद्युत उत्पादन केंद्र को ईंधन की कमी से हो रही परेशानी पर गुरुवार को योजना आयोग से त्वरित समीक्षा कर तीन सप्ताह के भीतर रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा.
राष्ट्रीय विकास परिषद की 57वीं बैठक के समापन भाषण में प्रधानमंत्री ने कहा कि कई मुख्यमंत्रियों ने विद्युत उत्पादन इकाइयों में ईंधन की कमी के कारण प्रभाव पड़ने पर ध्यानाकृष्ट किया है.
उन्होंने कहा, 'मैं योजना आयोग से आग्रह करता हूं कि इस स्थिति पर त्वरित समीक्षा कर तीन सप्ताह के भीतर मुझे रिपोर्ट दे.'
प्रधानमंत्री ने सभी मुख्यमंत्रियों से इस संबंध में समस्या की जानकारी योजना आयोग के उपाध्यक्ष को देने का आग्रह किया.
प्रधानमंत्री ने इलेक्ट्रानिक समय सीमा का पालन करने के लिए सभी मुख्यमंत्रियों को धन्यवाद दिया. उन्होंने मुख्यमंत्रियों द्वारा उठाए गए बिंदुओं पर पूरी तरह ध्यान देने का आश्वासन भी दिया.
प्रधानमंत्री ने कहा कि योजना कठोर ब्लू प्रिंट नहीं है, बल्कि यह एक व्यापक दिशात्मक और आकांक्षापूर्ण दस्तावेज है जिसे अनुभव के आधार पर संशोधन की अनुमति मिलनी चाहिए.
प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ मुख्यमंत्रियों ने आठ प्रतिशत के विकास लक्ष्य से कम रहने की टिप्पणी की है. कुछ ने माना है कि विकास पर बाहरी दबावों का प्रभाव है. कुछ मुख्यमंत्रियों ने कहा है कि वे उच्चतर विकास दर का लक्ष्य रखेंगे. उनका यह दृढ संकल्प स्वागत योग्य है.
कई मुख्यमंत्रियों ने कृषि, ऊर्जा, अन्य बुनियादी ढांचे, स्वास्थ्य, शिक्षा और कौशल विकास जैसे क्षेत्रों की महत्ता पर जोर दिया है. 12वीं पंचवर्षीय योजना के दस्तावेज इन प्राथमिकताओं को दर्शाते हैं.
कुछ मुख्यमंत्रियों ने पिछड़े राज्यों के साथ-साथ राज्यों के पिछड़े क्षेत्रों पर विशेष रूप से ध्यान देने की जरूरत पर बल दिया है. प्रधानमंत्री ने कहा कि वह इस चिंता में पूरी तरह से उनके साथ हैं.