सरकार ने मंगलवार को पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 2.25 रपये और डीजल पर एक रपये लीटर बढ़ा दिया लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है इसका असर पेट्रोल की कीमतों पर नहीं पड़ेगा. तेल कंपनियां फिलहाल ये खर्च खुद उठाएंगी यानी आपकी जेब पर भार नहीं पड़ेगा .
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम नीचे आने का फायदा उठाते हुये सरकार ने पिछले तीन सप्ताह में दूसरी बार पेट्रोल, डीजल पर उत्पाद शुल्क बढ़ाया है. ताजा शुल्क वृद्धि से सरकारी खजाने को मार्च तक 4,000 करोड़ रपये की अतिरिक्त कमाई होगी. इससे पहले 12 नवंबर को उत्पाद शुल्क प्रति लीटर डेढ रूपए बढ़ाया गया था. दो किस्तों में उत्पाद शुल्क की वृद्धि से चालू वित्त वर्ष में सरकार को करीब 10,000 करोड़ रपये का अतिरिक्त राजस्व प्राप्त होगा. इससे उसे राजकोषीय घाटे को तय दायरे में रखने में मदद मिलेगी.
इंडियन ऑयल कापरेरेशन के चेयरमैन बी. अशोक ने कहा, ‘इस उत्पाद शुल्क वृद्धि को उपभोक्ता पर नहीं डाला जा रहा है.’ उन्होंने कहा, ‘हमने कल ही पेट्रोल और डीजल के दाम कम किये हैं, इसलिये तुरंत इसमें फिर बदलाव करना ठीक नहीं होगा.’ गौरतलब है कि सोमवार को ही अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम घटने पर तेल कंपनियों ने पेट्रोल के दाम 91 पैसे और डीजल का दाम 84 पैसे लीटर कम किया है.
-इनपुट भाषा से