बैंकों को 8100 करोड़ रुपये का चूना लगाने वाले गुजरात के वडोदरा के कारोबारी संदेसरा ब्रदर्स के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) का एक्शन शुरू हो गया है. ईडी ने अभी तक इनकी करीब 9778 करोड़ रुपये की संपत्ति को जब्त कर लिया है. इसमें लंदन में मौजूद प्रॉपर्टी और प्लेन भी शामिल हैं, जिन्हें जब्त किया गया है. गुजरात के दो भाई चेतन संदेसरा और नितिन संदेसरा बैंकों को चूना लगाने के बाद फरार हैं और उनके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी हो चुका है.
स्टर्लिंग बायोटेक (sterling biotech) के मालिक नितिन और चेतन संदेसरा के खिलाफ प्रत्यर्पण की कार्रवाई पहले ही शुरू हो चुकी है. इस घोटाले में नितिन संदेसरा, चेतन संदेसरा के अलावा हितेश कुमार पटेल और दीप्ति संदेसरा भी आरोपी हैं. जिनके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी है.
इस मामले में ED की तरफ से कुल 191 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की गई है. इसमें सात व्यक्ति हैं, जबकि बाकी 184 रजिस्टर्ड कंपनी हैं. इनमें स्टर्लिंग बायोटेक, PMT मशीन, स्टर्लिंग SEZ जैसी कंपनियां शामिल हैं. अगर इस मामले में हितेश पटेल की बात करें तो उन्हें भी भारतीय एजेंसियां ढूंढ रही हैं. खबर है कि वह अल्बेरिया में है और एजेंसियां वहां के प्रशासन से संपर्क में भी है.
हितेश, नितिन और चेतन का ही भाई है. उसे कई फर्जी कंपनियों का डायरेक्टर बनाया गया था. दोनों भाई हितेश के जरिए अपने पैसे को ब्लैक से व्हाइट बनाते थे. इस मामले में उनके खिलाफ गैर ज़मानती वारंट जारी है. सीबीआई ने इस मामले में उनके खिलाफ 2017 में ही FIR दर्ज कर ली थी.
गौरतलब है कि इससे पहले भी पिछले साल ईडी उनकी कई करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर चुका है. जब्त संपत्तियों में कैश, शेयर और चल-अचल संपत्ति शामिल है. इन पर आंध्रा, UCO, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, इलाहाबाद बैंक और बैंक ऑफ इंडिया को चूना लगाने का आरोप है.