कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए देश में लॉकडाउन 3 मई तक बढ़ा दिया गया है. इस दौरान ट्रेन और विमान सेवाएं पहले की तरह रद्द रहेंगी. इसके अलावा रेलवे ने ट्रेनों में एडवांस टिकट बुकिंग पर भी रोक लगा दी है. इसका मतलब ये हुआ कि आप अब 3 मई के बाद के रेल टिकट भी नहीं करा सकेंगे.
ये नियम इंटरनेट से टिकट बुकिंग पर भी लागू है. बता दें कि इससे पहले जब 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा हुई थी तब रेलवे ने 15 अप्रैल के बाद टिकटों की बुकिंग पर रोक नहीं लगाई थी. यह उन लोगों के लिए बड़ा झटका है जो लॉकडाउन के बाद की ट्रैवल प्लानिंग कर रहे हैं. ऐसे में आपको सलाह दी जाती है कि फिलहाल ट्रैवल प्लानिंग को रोक दें. हालांकि, रेलवे ने ये भी साफ किया है कि ऑनलाइन टिकट कैंसिलेशन की सुविधा मिलती रहेगी.
Passenger train services cancelled till 3rd May 2020
All ticket counters will remain closed
Advance online ticket booking stopped completely
Online cancellation facility will remain functional
Full refund for all cancelled tickets#IndiaFightsCorona https://t.co/MQ8ogodzrH pic.twitter.com/5K0dt4L3e7
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) April 14, 2020
रेलवे ने क्यों उठाया कदम?
लॉकडाउन को भले ही 3 मई तक बढ़ाया गया है लेकिन अब भी स्थायी तौर पर इस दिन तक सबकुछ ठीक होने की उम्मीद कम ही है. ऐसे में अगर आगे भी रेलवे की सर्विस को बंद रखने को कहा जाता है तो रेलवे को यात्रियों की टिकट बुकिंग को रद्द करने और रिफंड की जद्दोजहद करनी पड़ेगी. यही वजह है कि रेलवे आगे के लिए जोखिम लेना नहीं चाहता है. इसके साथ ही एडवांस टिकट बुकिंग पर रोक से लोगों को भी परेशानी से बचाया जा सकता है.
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रिफंड का क्या होगा?
अगर आपने 3 मई की अवधि के दौरान की रेल टिकट ले रखी है तो आपको घबराने की जरूरत नहीं है. आईआरसीटीसी के मुताबिक अगर यात्री अपनी टिकट को रद्द करता है, तो संभावना है कि उसे कम पैसा मिले.
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यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे उन ट्रेनों के लिए ई-टिकट को रद्द न करें, जिन्हें रेलवे ने रद्द कर दिया है. रेलवे की ओर से भरोसा दिया गया है कि यात्रियों को पूरा रिफंड मिलेगा. अगर आपने काउंटर से रेल टिकट ले रखा है तो आपको 21 जून तक रिफंड मिल जाएगा.