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कैग ने दिल्ली सरकार को लताड़ा, मिड डे मील के 90 फीसदी नमूने फेल

नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) ने वित्तीय खामियों को लेकर इस बार दिल्ली सरकार को लताड़ लगाई है. कैग दिल्ली सरकार की योजनाओं में तमाम गड़बड़ियों को लेकर नाखुश नजर आया जिसमें 'मिड डे मील' योजना प्रमुख है.

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नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) ने वित्तीय खामियों को लेकर इस बार दिल्ली सरकार को लताड़ लगाई है. कैग दिल्ली सरकार की योजनाओं में तमाम गड़बड़ियों को लेकर नाखुश नजर आया जिसमें 'मिड डे मील' योजना प्रमुख है.

कैग ने खुलासा किया कि दिल्ली सरकार योजनों में खर्च होने वाले पैसे के नियमित हिसाब-किताब रखने में विफल रही है. कैग की रिपोर्ट में दिल्ली पर्यटन एवं परिवहन विकास निगम की भी आलोचना की गयी है. कैग ने कहा कि दिल्ली सरकार अब तक पर्यटन एवं परिवहन विकास निगम के लिए कोई प्रभावी योजना बना पाने में भी असफल ही रही है.

'मिड डे मील' पर चिंता
कैग ने आपनी रिपोर्ट में मिड डे मील योजना को लेकर दिल्ली सरकार की जमकर आलोचना की. रिपोर्ट में साफ कहा गया कि प्राईमरी और सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में दिल्ली सरकार ने तय दिनों तक बच्चों को खाना भी नहीं दिया. रिपोर्ट में मिड डे मील में मिलने वाले खाने की गुणवत्ता पर भी कैग ने खूब लाल निशान लगाये है. कैग ने पिछले 4 सालों के 2,102 नमूनों में से 1,876 को घटिया बताया. लगभग 90 फीसदी नमूने पोषण-परीक्षण में फेल रहे. मतलब साफ है कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों की सेहत से लगतार खिलवाड़ होता रहा और दिल्ली की सरकार सोती रही.

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