निवेशक मुंबई और दिल्ली की जगह बेंगलुरु को ज्यादा पसंद कर रहे हैं. रियल एस्टेट सेक्टर में, बेंगलुरु ने अपनी अलग पहचान बनाई है. हाल ही में आई नाइट फ्रैंक की Q2 2025 प्राइम ग्लोबल सिटीज इंडेक्स (PGCI) रिपोर्ट इस बात को साबित करती है. इस रिपोर्ट में बेंगलुरु, मुंबई और दिल्ली तीनों ने दुनिया के टॉप 15 शहरों में अपनी जगह बनाई है.
बेंगलुरु ने मुंबई और दिल्ली को पीछे छोड़ते हुए चौथा स्थान हासिल किया है. इस बदलाव के पीछे कई महत्वपूर्ण कारण हैं, जो बेंगलुरु को एक आकर्षक निवेश केंद्र बनाते हैं. यह डेटा साफ दिखाता है कि बेंगलुरु में निवेश करने पर अधिक और तेज़ी से रिटर्न मिल रहा है.
बेंगलुरु में प्राइम प्रॉपर्टी की कीमतों में सालाना 10.2% की बढ़ोतरी देखी गई है. यह बढ़त बेंगलुरु के मजबूत टेक सेक्टर की वजह से हुई है. वहीं मुंबई छठे नंबर पर रहा, जहां प्राइम प्रॉपर्टी की कीमतों में 8.7% की बढ़ोतरी हुई है. इसका मुख्य कारण शहर में चल रहे बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स हैं. दिल्ली का रैंक 15 पर रहा. यहां प्राइम प्रॉपर्टी की कीमतों में 3.9% की वृद्धि दर्ज की गई है. इसके पीछे प्रीमियम घरों की लगातार बनी हुई डिमांड है.
नाइट फ्रैंक का PGCI 46 वैश्विक शहरों में प्राइम रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी की कीमतों के बदलाव को ट्रैक करता है, जो इसके रिसर्च नेटवर्क से मिले वैल्यूएशन-बेस्ड डेटा का इस्तेमाल करता है. रिपोर्ट में यह बताया गया है कि दुनिया भर में लक्जरी घरों के बाजार में थोड़ी मंदी देखने को मिली है, जहां सालाना प्राइम प्राइस ग्रोथ 3.5% से घटकर 2.3% हो गई है, लेकिन इसके बावजूद भारतीय शहर मजबूत बने हुए हैं. इसका मुख्य कारण यह है कि भारत में लक्जरी घरों की मांग काफी ज्यादा है, जिससे इनकी सप्लाई सीमित हो गई है. इसके अलावा, शहरी केंद्रों में बढ़ती संपत्ति ने भी कीमतों को सहारा दिया है.
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बेंगलुरु को "भारत की सिलिकॉन वैली" कहा जाता है. यहां कई बड़ी अंतरराष्ट्रीय और भारतीय टेक कंपनियां और हजारों स्टार्टअप्स हैं. यह मजबूत टेक इकोसिस्टम यहां बड़ी संख्या में पेशेवरों को आकर्षित करता है, जिससे घर खरीदने और किराए पर लेने वालों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है. इस मजबूत मांग ने रियल एस्टेट की कीमतों को स्थिर बनाए रखा है और उन्हें तेजी से बढ़ने में मदद की है.
वहीं बेंगलुरु में मेट्रो का लगातार विस्तार, आउटर रिंग रोड, और पेरिफेरल रिंग रोड जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स कनेक्टिविटी को बेहतर बना रहे हैं. ये इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स न केवल यात्रा को आसान बनाते हैं, बल्कि रियल एस्टेट के मूल्यों में भी वृद्धि लाते हैं, क्योंकि लोग उन इलाकों में रहना पसंद करते हैं, जहां से उनका ऑफिस और अन्य सुविधाएं आसानी से पहुंच में हों. पिछले एक दशक में बेंगलुरु के स्टार्टअप्स को $64 बिलियन से अधिक की फंडिंग मिली है, जो पूरे भारत की स्टार्टअप फंडिंग का लगभग 31% है. यह निवेशकों के भरोसे को दर्शाता है और शहर की आर्थिक स्थिरता को मजबूत करता है.
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मुंबई और दिल्ली की तुलना में बेंगलुरु का मौसम अधिक बेहतर है. साथ ही, यहां की आधुनिक और कॉस्मोपॉलिटन संस्कृति इसे रहने के लिए एक आदर्श शहर बनाती है. अच्छे स्कूल, कॉलेज और स्वास्थ्य सेवाएं भी लोगों को यहां बसने के लिए आकर्षित करती हैं.