क्या आप भी पैसे और वक़्त की कमी के कारण कहीं घूमने नहीं जा पा रहे? अगर ऐसा है, तो अब फिक्र छोड़ दीजिए. गूगल स्ट्रीट व्यू के जरिए आप घर बैठे किसी भी जगह की सैर कर सकते हैं. वैसे गूगल ने अंडरवॉटर स्ट्रीट व्यू भी शुरू कर दिया है, सो समंदर की गहराई नापने के लिए आपको स्कूबा डाइवर बनने की ज़रूरत नहीं है. इस तकनीक के ज़रिए आप ग्रेट बैरियर रीफ तक घर बैठे पहुंच सकते हैं...
सौजन्य: NEWSFLICKS
क्या है तकनीक
गूगल मैप्स और गूगल अर्थ में शामिल एक टेक्नोलॉजी, जो दुनिया की कई जगहों की पैनोरेमिक तस्वीरें मुहैया कराती है. इसे साल 2007 में अमेरिका के कई शहरों में लॉन्च किया गया था और तब से दुनिया के कई शहरी और ग्रामीण इलाकों तक फैलाया गया है. स्ट्रीट व्यू इमेजरी वाली जगह गूगल मैप्स पर नीली लाइन के ज़रिए पहचानी जा सकती हैं
जापान की खदान
ये जगह 16वीं और 17वीं सदी में चांदी की खदानों का इतिहास समेटे है, जिसने जापान की अर्थव्यवस्था को खड़ा करने में अहम भूमिका निभाई, साथ ही सांस्कृतिक रूप से उसे समृद्ध भी बनाया. यूनेस्को ने इस जगह को साल 2007 में हेरिटेज साइट का दर्जा दिया
देखें अंटार्कटिका
स्कॉट हट और आसपास के इलाके गूगल मैप इस्तेमाल करने वाले लोगों को अंटार्कटिका की झलक दिखा सकता है. इससे उसकी विशालता का पता तो नहीं लगाया जा सकता, लेकिन एक अंदाजा जरूर मिल सकता है.
पवन चक्कियां यानी विंड मिल्स
ये पवन चक्कियां अतिरिक्त पानी को समझदारी से ठिकाने लगाने और आसपास का वातावरण सुधारने से जुड़ी इंसानी कोशिश की मिसाल पेश करती हैं. ये हाइड्रोलिक सिस्टम बरसों पहले तैयार किया गया था और आज भी काम करने की हालत में है
रियो निग्रो रिजर्व
अगस्त 2011 में गूगल ब्राजील और यूएस स्ट्रीट व्यू की टीम ने रियो निग्रो रिजर्व की सतह की तस्वीरें कैद कीं. इस तकनीक के जरिए आप अमेजन नदी पर इस तरह सफर कर सकते हैं मानो आप सच में वहीं हों.