कोरोना संकट में आम लोगों के लिए लोन लेना तो आसान और सस्ता हुआ है लेकिन बचत पर मिलने वाला मुनाफा भी कम हुआ है. यही वजह है कि देश के अधिकतर बैंकों ने फिक्स्ड डिपॉजिट रकम या बचत जमा खातों पर मिलने वाला मुनाफा कम कर दिया है.
इसी के तहत निजी क्षेत्र के कोटक महिंद्रा बैंक (केएमबी) ने बचत जमा खातों पर ब्याज 0.50 प्रतिशत और घटा दिया. इससे पहले, बैंक ने पिछले महीने जमा पर मिलने वाले ब्याज को दो बार घटाया था.
बैंक ने एक बयान में कहा कि 1 लाख रुपये से अधिक की जमा राशि पर ब्याज 4
प्रतिशत मिलेगा जो पहले 4.50 प्रतिशत था.
वहीं इससे कम जमा पर ब्याज 3.50
प्रतिशत होगा. ब्याज दर में संशोधन कोटक बैंक के जमा खातों पर ही लागू होगा.
दरअसल, रिजर्व बैंक की ओर से लोन बांटने पर जोर दिया जा रहा है. इस लिए आरबीआई ने लॉकडाउन में ऐतिहासिक तौर पर दो बार रेपो रेट में कटौती भी की है.
लेकिन कोरोना संकट काल में नौकरी और सैलरी की चिंता की वजह से लोग कर्ज में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं. कर्ज की मांग कम होने से ब्याज दर कम हो रही हैं.
बता दें कि देश का सबसे बड़ा बैंक एसबीआई बचत जमा खाते पर 2.75 प्रतिशत ब्याज दे रहा है जबकि यस बैंक समेत अन्य ने जमा पर निकट भविष्य में ब्याज घटाये जाने के संकेत दिये हैं.