5. तुहिन कांत पांडे, Dipam सचिव -
वह 1987 बैच के ओडिशा कैडर के अधिकारी हैं. उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती इस वित्त वर्ष में विनिवेश से 1.05 लाख करोड़ रुपये जुटाने के सरकार द्वारा तय लक्ष्य को पूरा करना है. उन्हें जल्दी ही एयर इंडिया, भारत पेट्रोलियम, शिपिंग कॉर्पोरेशन जैसी कंपनियों के निजीकरण को सुनिश्चित करना है. सरकार का राजस्व लक्ष्य से कम रहने की आशंका है, इसलिए विभाग द्वारा निजीकरण के लक्ष्य को पूरा करने पर ही ज्यादा दारोमदार है.