भारत अब उन देशों में शामिल हो चुका है जहां दुनिया का सबसे स्वच्छ पेट्रोल और डीजल इस्तेमाल किया जाता है. दरअसल, नए वित्त वर्ष में देश की तेल कंपनियों ने यूरो- छह मानक पेट्रोल, डीजल की आपूर्ति शुरू कर दी है.
ये हाई क्वालिटी का ईंधन माना जाता है. इस ईंधन की आपूर्ति शुरू होने से
देश में विशेषकर महानगरों में वाहनों के प्रदूषण को कम करने में काफी मदद
मिलेगी.
इससे पेट्रोल और डीजल के दाम में एक रुपये लीटर की वृद्धि होनी चाहिये थी लेकिन तेल कंपनियों ने बिना मूल्य बढ़ाए यह स्वच्छ ईंधन देना शुरू किया है.
बता दें कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 17 साल के निचले स्तर
तक पहुंचे हैं, यही वजह है कि तेल कंपनियों ने कीमतों में बढ़ोतरी नहीं की
है.
देश की सबसे बड़ी तेल कंपनी इंडियन ऑयल कार्पोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) के चेयरमैन संजीव सिंह ने कहा कि आज हम शत प्रतिशत बीएस- छह पेट्रोल, डीजल की आपूर्ति कर रहे हैं देश में अपने सभी 68,700 पेट्रोल पंपों पर स्वच्छ ईंधन की बिक्री की जा रही है.
उन्होंने बताया कि कि इस बदलाव के कारण ईंधन के खुदरा मूल्य में कोई बदलाव नहीं हुआ है. पिछले 15 दिन से तेल कंपनियों ने पेट्रोल, डीजल के खुदरा कीमत में कोई बदलाव नहीं किया है.
देश में पेट्रोल, डीजल के दाम में आखिरी बार 16 मार्च को बदलाव किया गया.
दिल्ली में तब से एक लीटर पेट्रोल का दाम 69.59 रुपये और डीजल का दाम 62.29
रुपये प्रति लीटर है.