दरअसल, देश में 24 मार्च की आधी रात से लॉकडाउन लागू हो गया था, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऐलान के साथ ही देश में आवाजाही पर ब्रेक लग गया था. बस और ट्रेनें सेवाएं बंद थीं. लेकिन इस दौरान बड़े पैमाने पर लोग पैदल ही घर के लिए निकल पड़े थे. सैकड़ों किलोमीटर की राह में प्रवासियों के लिए बिस्किट के पैकेट मददगार साबित हुए. किसी ने खुद खरीद कर खाया, तो किसी को दूसरों ने मदद के तौर पर दिया.