इजरायल ने ईरान (Israel Iran Conflict) के तेहरान पर कई बम गिराए हैं. इजरायल ने ईरानी आर्मी के ठिकानों और उसने न्यूक्लियर ठिकानों पर हमला किया है. इस हमले का असर अब दुनिया भर के शेयर बाजार पर दिखाई दे रहा है. भारतीय स्टॉक मार्केट भी प्रभावित हुआ है. सुबह करीब 9:19 बजे बीएसई सेंसेक्स 1,163 अंक या 1.42% गिरकर 80,528 पर था, जबकि निफ्टी 284 अंक या 1.13% गिरकर 24,608 पर था.
शेयर बाजार में थोड़ी रिकवरी देखी जा रही है. सेंसेक्स 700 अंक टूटकर 81050 के करीब है. जबकि निफ्टी 208 अंक टूटकर 24685 पर करोबार कर रहा है.
BSE टॉप 30 के सभी शेयर गिरे हुए हैं. एलएंडटी में 2.18% की सबसे ज्यादा गिरावट आई है. इसके बाद Tata Motors, Adani Ports, Kotak, SBI, Bajaj Finance समेत रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में भारी गिरावट है. वहीं BPCL, HPCL और IOC जैसे शेयरों में भारी दबाव है.
इन तीन वजह से बड़ी गिरावट
क्रूड ऑयल के दाम में बढ़ोतरी
इजरायल का ईरान पर हमले से कच्चे तेल की आपूर्ति को लेकर टेंशन गहराता हुआ दिख रहा है. WTI Crude Oil के दाम 9.22% टूटकर 74.36 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहे थे. वहीं ब्रेंट क्रूड ऑयल के दाम भी 8.84 फीसदी चढ़कर 75.49 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहे थे. कच्चे तेल के दाम में यह तेजी दिखाता है कि शेयर बाजार में दबाव रहेगा और महंगाई बढ़ सकती है.
इन स्टॉक्स में आई बड़ी गिरावट
सबसे ज्यादा गिरावट वाले शेयरों की बात करें तो Indprasth Gas 4%, HPCL के शेयर में 3 फीसदी, इरेडा के शेयर में 4.77 फीसदी, Zenser Tech में 3.75 फीसदी, अंनत राज में 3.46 फीसदी, महानगर गैस के शेयर में 3 फीसदी, बीपीसीएल में 3.51 फीसदी, इंडिगो के शेयर में 4.50 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है.
इजरायल ने हमला को लेकर क्या कहा
इजराइल के रक्षा मंत्री इसराइल कत्ज ने देश में आपातकाल (state of emergency) घोषित कर दिया. उनका कहना है कि इजरायल पर मिसाइल और ड्रोन के अटैक की आशंका है. प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने देश को संबोधित करते हुए कहा यह ऑपरेशन तब तक चलेगा जब तक यह खतरा पूरी तरह खत्म नहीं हो जाता.
एशियाई बाजारों में भी तबाही
जापान, मुख्य भूमि चीन, हांगकांग, कोरिया और ताइवान के बाजारों में 1.3 प्रतिशत तक की गिरावट आई, क्योंकि अगस्त डिलीवरी के लिए ब्रेंट क्रूड ऑयल वायदा आज 13 प्रतिशत से अधिक बढ़कर 78.50 डॉलर प्रति बैरल के उच्च स्तर पर पहुंच गया. यह कॉपी लिखे जाने तक वे अभी भी 8.79 प्रतिशत बढ़कर 75.36 डॉलर प्रति बैरल पर थे.
(नोट- किसी भी शेयर में निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें.)