मार्केट कैपिटलाइजेशन के हिसाब से देश के सबसे बड़े बैंक HDFC ने वित्त वर्ष 2025 की चौथे तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं. 31 मार्च को समाप्त हुए तिमाही में एचडीएफसी बैंक के नेट प्रॉफिट में अनुमान से ज्यादा बढ़ोतरी हुई, जिस कारण बैंक ने अपने शेयरहोल्डर्स को डिविडेंड देने का भी ऐलान किया है.
HDFC Bank ने साल दर साल आधार पर वित्त वर्ष 25 के मार्च तिमाही में स्टैंडलोन नेट प्रॉफिट में 6.7 फीसदी की ग्रोथ देखी है, जो 17,616 करोड़ रुपये पहुंच गया है. यह एनालिस्ट के अनुमान से भी ज्यादा है. HDFC Bank ने कहा कि बोर्ड ने 1 रुपये के फेस वैल्यू पर 22 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड का भी ऐलान किया है. रिकॉर्ड डेट 27 जून 2025 रखा गया है.
NPA में कमी
बैंक का ग्रॉस नॉन परफॉर्मिंग असेट (NPA) रेशियो 31 दिसंबर 2024 को 1.42 प्रतिशत की तुलना में 31 मार्च 2025 को घटकर 1.33 प्रतिशत हो गया. हालांकि पिछले साल की समान तिमाही के 1.24 की तुलना में बढ़ा है. इसी तरह, बैंक का नेट एनपीए रेशियो 0.43 फीसदी पर है, जो पिछली तिमाही में 0.46 फीसदी पर था. वहीं एक साल पहले इसी तिमाही में 0.33 फीसदी था.
ग्रॉस एनपीए पिछली तिमाही 36,018.58 करोड़ रुपये से इस तिमाही में 35,222.64 करोड़ रुपये पर पहुंच चुका है. हालांकि पिछले साल की इसी तिमाही 31,173.32 करोड़ रुपये से ज्यादा है. नतीजों से पहले, एचडीएफसी बैंक के शेयर गुरुवार को एनएसई पर 1.48 प्रतिशत बढ़कर 1,905.8 रुपये पर बंद हुए थे.
रेवेन्यू में कमी
HDFC बैंक ने Q4FY24 में 47,240 करोड़ रुपये की तुलना में Q4FY25 में 44,090 करोड़ रुपये का नेट रेवेन्यू दर्ज किया है. अन्य आय सहित गैर-ब्याज राजस्व कुल 12,030 करोड़ रुपये रहा, जिसमें शुल्क और कमीशन आय का योगदान पिछले वर्ष के 7,990 करोड़ रुपये की तुलना में 8,530 करोड़ रुपये रहा.
डिपॉजिट में उछाल
तिमाही के दौरान औसत जमाराशि पिछले साल की समान तिमाही की तुलना में 15.8% बढ़कर 25.28 लाख करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले साल की समान तिमाही की तुलना में 5.7% अधिक है. औसत CASA जमाराशि 8.29 लाख करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल की समान तिमाही की तुलना में 5.7% अधिक है.
(नोट- किसी भी शेयर में निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें.)