केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने मोदी सरकार का आखिरी पूर्ण बजट पेश किया. इस बार के बजट से नौकरीपेशा लोगों को मायूसी हाथ लगी है लेकिन बजट में वरिष्ठ नागरिकों को कुछ खास सौगातें दी गई हैं.
उन्होंने वरिष्ठ नागरिकों के लिए डिपोजिट पर मिलने वाले ब्याज को टैक्स फ्री कर दिया है. साथ ही वरिष्ठ नागरिकों को बैंक में जमा राशि पर टैक्स छूट 50 हजार रुपए तक कर दिया गया है.
केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बजट भाषण में कहा कि बैंक और पोस्ट ऑफिस स्कीम्स पर मिलने वाला ब्याज बढ़ाया जाएगा. वरिष्ठ नागरिकों को यह फायदा एफडी और आरडी पर मिलेगा.
इसके साथ ही वरिष्ठ नागरिकों के लिए 40 हजार तक मेडिकल बिल टैक्स फ्री होगा. इसके अलावा, इंश्योरेंस सेक्शन 80 डी के तहत 10 हजार की जगह 50 हजार रुपये का मेडिकल इंश्योरेंस और जनरल इंश्यारेंस प्रीमियम के तौर पर छूट ले सकेंगे.
इनकम टैक्स में राहत की उम्मीद पाले सैलरीड और मध्य वर्ग के लोगों को इस बजट से कुछ खास नहीं मिल पाया. वित्त मंत्री ने बजट भाषण में टैक्स छूट की सीमा नहीं बढ़ाई है. इनकम टैक्स में राहत की उम्मीद पाले सैलरीड और मध्य वर्ग के लोगों को इस बजट से कुछ खास नहीं मिल पाया. बजट भाषण में इनकम टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया गया है. हालांकि, सैलरीड क्लास के मौजूदा टैक्सेबल इनकम में से 40 हजार रुपये का स्टैंडर्ड डिडक्शन किया जाएगा.
पिछले बजट की बात करें तो वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक नई एलआईसी योजना लाए जाने की घोषणा की गई थी.