किशनगंज पुलिस ने निवास प्रमाण पत्रों का फर्जीवाड़ा करने वाले रैकेट का भंडाफोड़ किया है. यह रैकेट SIR प्रक्रिया के बीच सक्रिय हुआ था और पिछले एक महीने में 100 से अधिक नकली सर्टिफिकेट जारी कर चुका था.
पुलिस के अनुसार, इस रैकेट में प्रत्येक प्रमाण पत्र के लिए 200 रुपये वसूले जा रहे थे. जांच तब शुरू हुई जब SIR प्रक्रिया के दौरान चार महिलाओं ने निवास प्रमाण पत्र जमा किए जो सत्यापन में फर्जी पाए गए.
प्रत्येक प्रमाण पत्र के लिए 200 रुपये वसूले थे
महिलाओं से पूछताछ के बाद इस रैकेट का खुलासा हुआ. पुलिस ने तलवारबंधा (गंधर्वडांगा थाना क्षेत्र) दिघलबैंक ब्लॉक में छापेमारी कर एक आरोपी को गिरफ्तार किया. इस दौरान 20 नकली प्रमाण पत्र जब्त किए गए.
गिरफ्तार आरोपी कंप्यूटर से प्रिंटआउट जैसा काम की दुकान चलाता था. उसने पूछताछ में बताया कि वह इस काम में एक लिंक के जरिए जुड़ा था जो किसी ने साझा किया था. पुलिस ने उस लिंक और अन्य संभावित सहयोगियों की जानकारी भी हासिल कर ली है.
इस मामले में कई लोगों को गिरफ्तार किया जा सकता है
पुलिस का कहना है कि इस मामले में आगे और गिरफ्तारियां हो सकती हैं. प्रशासन ने पहले ही SIR प्रक्रिया के पहले चरण के दौरान निवास प्रमाण पत्रों की जारी प्रक्रिया को निलंबित कर दिया था ताकि जांच निष्पक्ष हो सके.