प्रार्थना के सुर, भक्ति की थाप... सौम्या लक्ष्मी की भरतनाट्यम प्रस्तुति से खिल उठी शरद की सांझ
दिल्ली के त्रिवेणी कला संगम में भरतनाट्यम नृत्यांगना सौम्या लक्ष्मी नारायणन ने पद्मश्री गीता चंद्रन की शिष्या के रूप में एकल प्रस्तुति दी, जिसमें उन्होंने शास्त्रीय नृत्य की प्राचीन परंपरा और आध्यात्मिक सौंदर्य को जीवंत किया। इस प्रस्तुति में राग श्री, खमाज, शुद्ध सारंग और यमन कल्याण जैसे शास्त्रीय संगीत रागों का समावेश था.