26 मई, 2025 को Ax-4 टीम ने फ्लोरिडा पहुंचकर दो सप्ताह की क्वारंटाइन अवधि शुरू की. उनका पहला दिन पूरा हो गया है. यह मिशन अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की ओर जा रहा है, जो ऐक्सियोम स्पेस, स्पेसएक्स और नासा मिलकर पूरा करेंगे.
मिशन की लॉन्चिंग 8 जून, 2025 को या उससे पहले फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से होने की उम्मीद है. यह मिशन भारत, पोलैंड और हंगरी के लिए ऐतिहासिक है, क्योंकि यह इन देशों की 40 साल से अधिक समय बाद पहली सरकार प्रायोजित अंतरिक्ष यात्रा है.
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मिशन का चालक दल
चालक दल चार सदस्यों से बना है, जिनमें शामिल हैं...
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मिशन का उद्देश्य और महत्व
Ax-4 मिशन ISS पर लगभग दो से तीन सप्ताह तक रहेगा, जहां चालक दल वैज्ञानिक प्रयोग, तकनीकी प्रदर्शन और शैक्षिक कार्यक्रमों में भाग लेगा. इन प्रयोगों में माइक्रोग्रैविटी के प्रभाव का अध्ययन, नई तकनीकों का परीक्षण और पृथ्वी अवलोकन शामिल हैं. मिशन में लगभग 60 अनुसंधान गतिविधियां हैं, जो 31 देशों, जैसे भारत, पोलैंड, हंगरी, सऊदी अरब, ब्राजील, नाइजीरिया, यूएई और यूरोप के अन्य देशों का प्रतिनिधित्व करती हैं.
यह मिशन न केवल वैज्ञानिक खोजों को बढ़ावा देगा, बल्कि अंतरिक्ष में मानव उपस्थिति को विस्तार देगा. Axiom स्पेस विश्व का पहला व्यावसायिक अंतरिक्ष स्टेशन, ऐक्सियोम स्टेशन बना रहा है, जो माइक्रोग्रैविटी में इनोवेशन और अनुसंधान को बढ़ावा देगा.
क्वारंटाइन अवधि और उसका महत्व
Ax-4 टीम ने फ्लोरिडा पहुंचकर दो सप्ताह की क्वारंटाइन अवधि शुरू की. उनका पहला दिन 25 मई, 2025 को पूरा हुआ. क्वारंटाइन का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि चालक दल स्वस्थ है. मिशन के दौरान किसी भी बीमारी से प्रभावित न हो.
यह एक मानक प्रक्रिया है जो अंतरिक्ष मिशनों की सुरक्षा और सफलता सुनिश्चित करती है. क्वारंटाइन के दौरान, चालक दल को अलग-थलग रखा जाता है. उनकी स्वास्थ्य जांच की जाती है, ताकि ISS पर अन्य अंतरिक्ष यात्रियों और प्रयोगों को कोई खतरा न हो.
चालक दल का स्वागत और परंपरा
मिशन शुरू होने से पहले, ऐक्सियोम स्पेस के कर्मचारियों ने चालक दल को विदाई समारोह से सम्मानित किया. यह एक परंपरा है, जो चालक दल की मेहनत और समर्पण को पहचानती है. उन्हें प्रेरणा देती है. इस समारोह में कर्मचारियों ने चालक दल को शुभकामनाएं दीं और उनकी सफलता की कामना की.
आजतक साइंस डेस्क