'भारत में रहकर उकसाऊ बयान देती हैं...', PM मोदी से मिलकर यूनुस ने उठाया शेख हसीना के प्रत्यर्पण का मुद्दा

विदेश सचिव विक्रम मिश्री ने बैठक के बाद मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और उनके खिलाफ हो रहे अत्याचारों पर खुलकर चिंता जताई. उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत चाहता है कि बांग्लादेश सरकार इन मामलों की गंभीरता से जांच करे और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को प्राथमिकता दे.

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प्रधानमंत्री मोदी और बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस की बैंकॉक में मुलाकात हुई. (PTI Photo) प्रधानमंत्री मोदी और बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस की बैंकॉक में मुलाकात हुई. (PTI Photo)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 04 अप्रैल 2025,
  • अपडेटेड 5:19 PM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस के साथ हुई बैठक में बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों, विशेष रूप से हिंदुओं की सुरक्षा को लेकर भारत की गहरी चिंता व्यक्त की. उन्होंने बांग्लादेश सरकार से अपेक्षा जताई कि वह अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी और उनके खिलाफ हो रहे अत्याचारों की गहन जांच करेगी. इसके अलावा बांग्लादेश ने फिर से शेख हसीना के प्रत्यर्पण का मुद्दा उठाया.

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दोनों नेताओं के बीच यह बैठक बैंकॉक में बहुक्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग के लिए बंगाल की खाड़ी पहल (BIMSTEC) शिखर सम्मेलन के दौरान हुई. यह पहली बार था जब प्रधानमंत्री मोदी और यूनुस की मुलाकात हुई, क्योंकि पिछले साल अगस्त में बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को सत्ता से हटाया गया था.

अल्पसंख्यकों के मुद्दे पर भारत की कड़ी प्रतिक्रिया

विदेश सचिव विक्रम मिश्री ने बैठक के बाद मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और उनके खिलाफ हो रहे अत्याचारों पर खुलकर चिंता जताई. उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत चाहता है कि बांग्लादेश सरकार इन मामलों की गंभीरता से जांच करे और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को प्राथमिकता दे.

विवादित बयानबाजी से बचने की अपील

विदेश सचिव ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने बैठक के दौरान यह भी कहा कि किसी भी प्रकार की बयानबाजी जो माहौल को खराब कर सकती है, उससे बचना चाहिए. प्रधानमंत्री मोदी ने बांग्लादेश में लोकतंत्र, स्थिरता, शांति, प्रगति और समावेशिता के प्रति भारत की प्रतिबद्धता दोहराई. उन्होंने कहा कि भारत का बांग्लादेश के साथ संबंध हमेशा जन-हितैषी दृष्टिकोण पर आधारित रहा है और दोनों देशों के बीच सहयोग से जनता को वास्तविक लाभ मिला है. उन्होंने प्रो. यूनुस को यह भी आश्वस्त किया कि भारत बांग्लादेश के साथ व्यावहारिकता और सकारात्मक सहयोग की भावना के तहत रिश्ते को और मजबूत करने का इच्छुक है.

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सीमा सुरक्षा और अवैध घुसपैठ का मुद्दा भी उठा

बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने भारत-बांग्लादेश सीमा की सुरक्षा को लेकर भी चर्चा की. उन्होंने जोर देकर कहा कि सीमा पार कानूनों को सख्ती से लागू किया जाए और विशेष रूप से रात के समय होने वाली अवैध घुसपैठ को रोका जाए, जिससे सीमा की स्थिरता बनी रहे.

बैठक के बाद जब विदेश सचिव मिश्री से पूछा गया कि क्या मोहम्मद यूनुस ने बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के प्रत्यर्पण का मुद्दा उठाया, तो उन्होंने सीधे तौर पर जवाब देने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि इस पर टिप्पणी करना अभी उचित नहीं होगा. हालांकि, उन्होंने यह पुष्टि की कि भारत को पहले ही बांग्लादेश सरकार से इस संबंध में अनुरोध प्राप्त हो चुका है.

दूसरी तरफ बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार यूनुस के प्रेस सेक्रेटरी ने दावा किया कि बांग्लादेश की तरफ से भी सारे मुद्दे उठाए गए. उन्होंने दावा किया कि मोहम्मद यूनुस ने शेख हसीना के प्रत्यर्पण की मांग की. उन्होंने कहा कि भारत से शेख हसीना उकसाने वाले बयान देती हैं. इसके जवाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार को चुनाव कराने की सलाह दी. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि चुनाव समावेशी लोकतंत्र का अहम हिस्सा है.

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